कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सोमवार को राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगने लगीं कि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को राज्य पुलिस से ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मिल सकती है। बहरहाल, राज्य सचिवालय और तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने इस पर चुप्पी साध रखी है।
किशोर से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऐसी भी अटकलें लगायी जा रही हैं कि प्रशांत किशोर 2021 के विधानसभा चुनावों के पहले ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
घटनाक्रम पर माकपा विधायक दल के नेता सुजान चक्रवर्ती ने पूछा कि राज्य सरकार के खर्चे पर किशोर को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा क्यों दी जा रही है, जबकि पश्चिम बंगाल के जनजीवन से उनका कोई संबंध ही नहीं है।