नई दिल्ली: आज़ादी के बाद कोलकाता को पहला मुस्लिम मेयर मिला है। पश्चिम बंगाल के मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार फिरहाद हाकिम ने सोमवार को 144 सदस्यीय कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में मेयर के चुनाव के लिये 121 मतों से जीत हासिल की। फिरहाद हाकिम को बीजेपी की उम्मीदवार मीनादेवी पुरोहित के मुकाबले 24 गुना अधिक वोट मिले।
मेयर के चुनाव के नतीजे गुप्त मतदान प्रणाली से निकाले गये, जिसकी घोषणा निकाय संस्था के नगरपालिका सचिव हरिहर प्रसाद मंडल ने की। हाकिम के खिलाफ चुनाव लड़ रहीं भाजपा उम्मीदवार मीना देवी पुरोहित को पांच मत मिले। वाम दलों को 12 मत और कांग्रेस के दो पार्षदों ने चुनाव का बहिष्कार किया था।
पिछले सप्ताह (माकपा) पार्षद बिलकिस बेगम ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर इस आधार पर हाकिम के चुनाव को चुनौती दी थी कि वह निकाय संस्था के किसी वार्ड से पार्षद नहीं हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के शहरी विकास और अग्निशमन मामलों के मंत्री फिरहाद हकीम को नगर निगम का मेयर और नगर निगम में मेयर परिषद के सदस्य अतिन घोष को उपमेयर बनाने की घोषणा की थी।
इसके लिए राज्य विधानसभा में कोलकाता म्युनिसिपल कारपोरेशन (अमेंडमेंट) बिल भी पारित कर लिया गया है। मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद फिरहाद हाकिम और अतिन घोष को मेयर और उप मेयर के रूप में शपथ भी दिलायी गयी।