कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर संग रेप और मर्डर के बाद से ही जूनियर डॉक्टरों द्वारा लगातार हड़ताल किया जा रहा है। पिछले दो सप्ताह से जूनियर डॉक्टर कोलकाता के धर्मतल्ला में लगातार भूख हड़ताल पर बैठे हैं। आज मुख्य सचिव मनोज पंत और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती जूनियर ने भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों से मुलाकात की। सीएम ममता बनर्जी ने मुख्य सचिव मनोज पंत के जरिए भूख हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों से बात की। जूनियर डॉक्टरों ने पोन पर ममता बनर्जी को अपनी 10 सूत्रीय मांग बताई। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादातर मांगे मान ली गई हैं। उसके बाद अगर कोई दिक्कत हुई तो अगले सोमवार को आमने-सामने बैठकर मीटिंग के लिए नाबन्ना स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में 10 जूनियर डॉक्टर के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।
भूख हड़ताल पर बैठे हैं जूनियर डॉक्टर
बता दें कि जूनियर डॉक्टरों की ओर से सोमवार को शाम पांच बजे बैठक में शामिल होने का निर्णय लिया गया है। हालांकि तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। बता दें कि इससे पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के 50 डॉक्टरों के इस्तीफा देने का मामला प्रकाश में आया था। इन चिकित्सकों ने यह स्टेप 6 अक्तूबर से आमरण अनशन पर बैठे चिकित्सकों के प्रति एकता दिखाने के लिए उठाया था, जो आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला चिकित्सक के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की लगातार मांग कर रहे हैं।
दूसरे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स भी आए साथ
वहीं राज्य के दूसरे मेडिकल कॉलेजों के सीनियर डॉक्टर्स के एक वर्ग ने बात करते हुए कहा कि वे भी न्याय की मांग कर रहे डॉक्टरों के पक्ष में एकता दिखाने के लिए इस्तीफा दे सकते हैं। बता दें कि बीते दिनों आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर का रेप कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से ही लगातार जूनियर डॉक्टरों द्वारा न्याय की मांग की जा रही है। डॉक्टरों की कुछ मांगे हैं जिसपर सरकार का पूरी तरह अभी राजी होना बाकी है। अब देखना ये है कि सीएम ममता बनर्जी के साथ होने वाली बैठक में क्या होगा।
(रिपोर्ट-ओंकार)