हमास के खिलाफ इजरायल का अभियान जारी है। हमास के आतंकियों को इजरायली सेना चुन-चुनकर मार रही है। इस बीच देश के अलग-अलग हिस्सों में इस्लामिक संगठनों और उनके स्कॉलरों द्वारा फिलिस्तन के समर्थन में मार्च निकाला जा रहा है। शुक्रवार को जहां मुंबई के अलग-अलग इलाकों में जुमे की नमाज के बाद फिलिस्तीन जिंदाबाद और इजरायल मुर्दाबाद के नारे लगे। वहीं अब पश्चिम बंगाल में भी ऐसा देखने को मिला है। पश्चिम बंगाल में जमीयत-ए-उलेमा के अध्यक्ष मौलाना सिद्दीकुल्ला चौधरी के नेतृत्व में रैली निकाली गई। इस रैली में इस्लाम को मानने वालों ने भारी संख्या में भाग लिया।
इस्लाम के नाम पर सब कुर्बान
जमीयत उलेमा-ए-हिंद द्वारा निकाली गई इस विरोध मार्च में फ्री फिलिस्तीन के नारे लगाए गए। इस बाबत जमीयत-ए-उलेमा के अध्यक्ष मौलाना सिद्दीकुल्ला चौधरी ने कहा, युद्ध से मुद्दे नहीं सुलझेंगे। इसका समाधान बातचीत से निकालना होगा। हम गाजा के साथ खड़े हैं। हम फिलिस्तीन के साथ खड़े हैं। उन्हें जो भी जरूरत होगी खून या सामग्री। उनके लिए इसके व्यवस्था हम करेंगे। उन्हें सबकुछ दे दो। बता दें कि इससे पहले मुंबई में जुमे की नमाज के बाद मार्च निकाला गया था। वहीं कई मस्जिदों में कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जहां फिलिस्तीन जिंदाबाद और इजरायल मुर्दाबाद के नारे लगाए गए थे।
मुंबई के मौलाना का विवादित बयान
इस बाबत एक मौलाना एजाज कश्मीरी ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा था कि शेरों को मत छेड़ो, वरना मिटते-मिटते मिटा जाएंगे। मौलाना ने इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। बता दें कि मौलाना एजाज कश्मीरी इस्लामिक स्कॉलर हैं और मुंबई के सुन्नी हांडी वाला मस्जिद के प्रमुख हैं। अपने भाषण में मौलाना ने कहा था कि हम वो पत्ते नहीं जो शाखों से टूट जाएं, आंधियों से कह दो कि अपनी औकात में रहे। मौलान ने कहा, 'बैतुल मुकद्दस पर मुसलमान का हक है। सभी धर्म के नबियों को हमें तस्लीम करना है। इजरायल पिछले 70 सालों से हमारी पवित्र जमीन को अपवित्र करने का काम कर रहा है।'