पश्चिम बंगाल: ISKCON कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि अब तक बांग्लादेश में चार ISKCON ब्रह्मचारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो ब्रह्मचारी जब चिन्मय दास प्रभु को दवाइयां देने गए थे, तब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा चिन्मय दास के सचिव को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
उन्होंने कि एक ISKCON मंदिर पहले ही बंद कर दिया गया था और कल एक अन्य मंदिर को नष्ट कर दिया गया। अधिकारियों की ओर से गिरफ्तारियों या मंदिरों की बंदी के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है। इन घटनाओं के बाद ISKCON के स्वयंसेवक बेहद निराश और असहाय महसूस कर रहे हैं। ISKCON दुनिया भर में 150 देशों में स्थित 850 प्रमुख मंदिरों और एक हजार से अधिक केंद्रों का संचालन करता है। राधारमण ने कहा कि करोड़ों ISKCON भक्त बांग्लादेश में हिंदू और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्श
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार जारी है। इस्कॉन मंदिर के पुजारी और हिंदू नेता स्वामी चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी के विरोध में हुए प्रदर्शन के बीच दूसरे हिंदू पुजारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पश्चिम बंगाल में इस्कॉन मंदिर के प्रवक्ता राधारमण दास ने ट्वीट करके बताया कि बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर के एक और ब्रह्मचारी श्यामदास प्रभु को चत्तोग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में श्यामदास प्रभु की फोटो शेयर के लिखा कि क्या ये आपको आतंकवादी दिखते हैं?
राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार
इससे पहले बांग्लादेश के इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) के पूर्व सदस्य चिन्मॉय कृष्ण दास को सोमवार को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों ने शनिवार को बताया कि आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद बांग्लादेश के चट्टोग्राम में एक और हिंदू पुजारी को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार पुजारी की पहचान श्याम दास प्रभु के रूप में हुई, जो कथित तौर पर जेल में चिन्मय कृष्ण दास से मिलने गए थे।
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