पश्चिम बंगाल में इंडियन सेक्युलर फ्रंड (ISF) के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा मामले में पार्टी के विधायक नौशाद सिद्दीकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस मामले को लेकर अब ISF के संस्थापक पीरजादा मोहम्मद अब्बास सिद्दीकी का बयान आया है। उन्होंने कहा कि यह सब लोकतंत्र को खत्म करने की कोशिश है। उन्होंने कहा हम नहीं जानते कि जिन लोगों ने हिंसा शुरू की वे पुलिस वाले थे या सत्ता पक्ष के समर्थक।
ISF के पास सिर्फ 1 विधायक है: पीरजादा
उन्होंने कहा, "ISF के पास सिर्फ 1 विधायक है। फिर भी पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी दल ISF से डरा हुआ है।" उन्होंने कहा, "ऐसा इसलिए है, क्योंकि सभी धार्मिक समुदाय और यहां तक कि पिछड़े समुदायों के लोग खुद को आईएसएफ से जोड़ रहे हैं। इसलिए वे ISF को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। सत्ता में बैठे लोग कानून का उल्लंघन कर रहे हैं।"
सिद्दीकी सहित 18 अन्य को पुलिस हिरासत
गौरतलब है कि स्पेशल कोर्ट ने नौशाद सिद्दीकी को एक फरवरी तक हिरासत में रखने का आदेश दिया है। विधायक नौशाद पर आरोप है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धर्मतल्ला में हिंसा की घटना को अंजाम दिया है। सड़कों पर तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की गई है। इसके साथ ही नौशाद पर पार्टी समर्थकों का उकसाने का आरोप लगा है। रविवार को आरोपियों को निचली अदालत में पेश किया गया। उनमें से एक नाबालिग को किशोर न्यायालय भेजा गया था। सिद्दीकी सहित 18 अन्य को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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