पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को दावा किया कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आएगा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 200 सीट के आंकड़े को पार नहीं कर पाएगी। उन्होंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर बंगाल सरकार को बदनाम करने के लिए राज्य में भाजपा के साथ साठगांठ करने का आरोप लगाया। बनर्जी ने मतदाताओं से तृणमूल को छोड़कर किसी अन्य दल को वोट नहीं देने की अपील की तथा कहा कि ऐसा करने से भाजपा को फायदा होगा।
आरामबाग लोकसभा क्षेत्र के गोघाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘मैंने ही (विपक्षी गठबंधन का) ‘इंडिया’ नाम रखने का विचार दिया था और राष्ट्रीय स्तर पर हम गठबंधन सहयोगी निरंकुश नरेन्द्र मोदी सरकार का विरोध करने के लिए एकसाथ मिलकर काम कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस, ‘इंडिया’ गठबंधन को सत्ता में लाने में भूमिका निभाएगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘देखिए, अब मोदी क्या कह रहे हैं-- वह भाजपा के ‘400 पार’ सीट प्राप्त करने का दावा नहीं कर रहे हैं। वहीं, अब भाजपा 200 सीट के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाएगी। भाजपा को करारी शिकस्त मिलेगी।’’
मोदी-शाह का डटकर मुकाबला कर रही टीएमसी
बनर्जी ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में माकपा, कांग्रेस और अन्य वाम दलों ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए सांप्रदायिक, अलोकतांत्रिक एवं निरंकुश भाजपा के साथ असैद्धांतिक साठगांठ किया है जबकि राज्य में बस तृणमूल ही नरेन्द्र मोदी और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह का डटकर मुकाबला कर रही है। तृणमूल प्रमुख ने माकपा के शासनकाल में गोघाट एवं सीहर जैसे स्थानों पर कथित रूप से सामूहिक नरसंहार किये जाने को लेकर भी माकपा की आलोचना की और दावा किया कि तब उन्होंने ही विपक्ष के नेता के तौर पर ‘‘अपनी जान को खतरे में डालकर मार्क्सवादी आतंक’’ का सामना करने का साहस किया था।
मोदी-शाह बंगाल विरोधी
ममता ने कहा, ‘‘मैं बंगाल में माकपा का असली चेहरा जानती हूं।’’ मोदी और शाह को बंगाल विरोधी करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के प्रति अपने प्रेम का प्रदर्शन करने के लिए मीडिया में उनके द्वारा इश्तेहार जारी करने से भी लोगों पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वे जानते हैं कि भाजपा के ये नेता कभी हमारे लोकाचार एवं संवेदनाओं को नहीं समझेंगे।’’ बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा ने) गरीब और भोली-भाली महिलाओं से सादे कागज पर दस्तखत करवाया तथा बाद में, शिकायत में यौन उत्पीड़न का आरोप जोड़ दिया।’’
संविधान बदलने की कोशिश कर रहे मोदी
ममता ने मतदाताओं और सुरक्षाकर्मियों को चेतावनी दी, ‘‘ध्रुवीकरण के जरिए वोट हासिल करने के लिए (संदेशखालि एवं अन्य स्थानों पर) मंदिरों से कुछ मूर्तियों को हटाने तथा दंगा फैलाने की भाजपा की नापाक साजिश के प्रति सावधान रहिए।’’ तृणमूल प्रमुख ने मोदी पर भारतीय संविधान को बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी संविधान में निहित बहुलतावादी मूल्यों एवं पंथनिरपेक्ष आदर्शों को बदलने तथा इंडिया नाम बदलकर भारत करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह वादा भी किया कि आम चुनाव के बाद ‘इंडिया’ गठबंधन के सत्ता में आने पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) एवं राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को रद्द करने के कदम उठाये जाएंगे।
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