Highlights
- भाकपा (माओवादी) का कार्यकर्ता सम्राट चक्रवर्ती गिरफ्तार
- असम में प्रतिबंधित संगठन की इकाइयां स्थापित करने का मामला
- एनआईए के एक प्रवक्ता ने दी जानकारी
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के कार्यकर्ता सम्राट चक्रवर्ती उर्फ नीलकमल सिकदर को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया गया है। उस पर आरोप है कि वह असम में इस प्रतिबंधित संगठन की इकाइयां स्थापित करने के मामले से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के एक प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले में सेठ बागान रोड के रहने वाले चक्रवर्ती (37) को ‘‘अमित, अरघा, निर्मल और निर्माण’’ के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि उसे कल्याणी एक्सप्रेसवे पर नारायण स्कूल के निकट माहिसपोटा से गिरफ्तार किया गया। एनआईए ने बताया कि यह मामला पश्चिम बंगाल में माओवादियों के प्रमुख नेता अरुण कुमार भट्टाचार्जी उर्फ ज्योतिष उर्फ कबीर उर्फ कनक उर्फ कंचन दा की गिरफ्तारी से जुड़ा है।
प्रवक्ता ने बताया कि भट्टाचार्जी भाकपा (माओवादी) का एक विचारक एवं रणनीतिकार है और केंद्रीय समिति का सदस्य है। उन्होंने बताया कि भट्टाचार्जी को असम में भाकपा (माओवादी) संगठन की स्थापना करने और राज्य में इसका प्रसार करने का काम सौंपा गया था।
पश्चिम बंगाल में भाकपा(माओवादी) संगठन का एक सक्रिय सदस्य था चक्रवर्ती
एजेंसी ने दो सितंबर को गुवाहाटी में एनआईए की विशेष अदालत में भट्टाचार्जी सहित छह गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मामले में आगे की जांच से पता चला कि आरोपी चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल में स्थित भाकपा(माओवादी) संगठन का एक सक्रिय सदस्य था। वह भाकपा (माओवादी) संगठन के शीर्ष नेताओं और गिरफ्तार आरोपी भट्टाचार्जी के बीच गुप्त संचार का माध्यम था। भट्टाचार्जी असम में अपने ठिकाने से काम कर रहा था।’’
उन्होंने बताया कि चक्रवर्ती पार्टी के पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो के विशेष निर्देशों पर पूर्वोत्तर राज्यों में भाकपा (माओवादी) संगठन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने में भट्टाचार्जी की सहायता के लिए कई बार असम के कछार जिले गया था। प्रवक्ता ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है।