कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर गुरुवार को हुए हमले पर चिंता व्यक्त की। सूबे के गवर्नर ने कहा कि राज्य प्रशासन उनकी चेतावनियों के बावजूद कार्रवाई करने में विफल रहा। राज्यपाल ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को इस बारे में आज सुबह 8.19 बजे तथा 9.05 बजे ही सतर्क किया था कि डायमंड हार्बर में भारतीय जनता पार्टी की बैठक के दौरान कानून व्यवस्था संबंधी दिक्कत पैदा हो सकती है।
‘सत्तारूढ़ पार्टी के गुंडों ने तोड़फोड़ की’
राज्यपाल धनखड़ ने ट्वीट में लिखा कि मुख्य सचिव ने उन्हें सूचित किया था कि पुलिस महानिदेशक को आगाह कर दिया गया है और तदनुसार अवगत करा दिया गया है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘घटना से कानूनी प्राधिकार के पूरी तरह विफल होने का संकेत मिलता है।’ पुलिस पर हमला न रोक पाने का आरोप लगाते हुए गवर्नर धनखड़ ने कहा, ‘डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक के लिए यह समय लोकसेवक के रूप में काम करने का है।’ राज्यपाल ने लिखा, ‘अराजकता तथा कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराने से चिंतित हूं। सत्तारूढ़ पार्टी के गुंडों ने बीजेपी अध्यक्ष के काफिले में तोड़फोड़ की और राजनीतिक पश्चिम बंगाल पुलिस समर्थन कर रही है।’
‘उन्हें राजनीतिक पुलिस का संरक्षण प्राप्त है’
गवर्नर धनखड़ ने ट्वीट्स में आगे कहा, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि उन्हें (हमलावरों) राजनीतिक पुलिस का संरक्षण प्राप्त है।’ राज्यपाल ने साथ ही हमले के बाद सूबे के डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी को कानून-व्यवस्था को बुलावा भेजा। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि नड्डा के काफिले पर तब हमला हुआ जब वह बीजेपी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि इस हमले में पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित कई नेता घायल हो गए। भगवा दल ने हमले का आरोप तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगाया है। बता दें कि बीजेपी चीफ नड्डा बुधवार से 2 दिन के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं।