कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ED ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता और उसके भाई को गिरफ्तार किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा में तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष अनिसुर रहमान उर्फ बिदेश और उसके छोटे भाई अलिफ नूर उर्फ मुकुल के रूप में हुई है। समन किए जाने पर दोनों गुरुवार दोपहर को पूछताछ के लिए साल्ट लेक स्थित केंद्र सरकार कार्यालय (CGO) परिसर में ED के कार्यालय पहुंचे थे।
14 घंटे की पूछताछ के बाद दोनों अरेस्ट
सूत्रों ने बताया कि करीब 14 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद शुक्रवार को तकरीबन 2.30 बजे ED ने इन दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को बाद में कोलकाता में PMLA की एक स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि ED के वकील मामले में आगे की पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की मांग करेंगे। इससे पहले मंगलवार को ईडी के अधिकारियों की एक टीम ने उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा सामुदायिक विकास खंड में बेराचम्पा में हाई टेक राइस मिल के कार्यालय में मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था। ये दोनों बिदेश और मुकुल की मिलें है।
पूर्व मंत्री पहले से ही न्यायिक हिरासत में
मंगलवार को ही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के साथ ED अधिकारियों की विभिन्न टीमों ने उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में 9 अन्य स्थानों पर मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था। बिदेश और मुकुल व्यवसायी बकीबुर रहमान के चचेरे भाई हैं, जिन्हें ED अधिकारियों ने इसी मामले में सबसे पहले गिरफ्तार किया था। छापे और तलाशी अभियान के दौरान, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने मामले में बिदेश और मुकुल की संलिप्तता की ओर इशारा करते हुए कई अहम दस्तावेज बरामद किए थे। राज्य के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं।