कोलकाता: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 25 फरवरी तक केंद्रीय बलों की 125 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि तैनात की जाने वाली कंपनियों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 60 कंपनियां, सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 30 कंपनियां, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 5-5 कंपनियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की जिलेवार सूची पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा भेजी गयी है।
पश्चिम बंगाल में शुरू हुई मतदान अधिकारियों की ट्रेनिंग
अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों और मुख्य पुलिस अधीक्षकों को जवानों के ठहरने, आवाजाही और अन्य मदद के लिए आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि तैनाती की इस योजना के तहत, केंद्रीय बलों की 12 कंपनियां शनिवार को महानगर पहुंच जाएंगी। बीरभूम जिले के लिए एक कंपनी के शुक्रवार की रात पहुंचने की उम्मीद है। अधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग ने इस बीच शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में 24,000 मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण की शुरुआत की। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं और बीते कुछ दिनों में सूबे में राजनीतिक टकराव की कई खबरें आई हैं।
‘हुसैन पर हमले में आईईडी के इस्तेमाल की संभावना’
इस बीच अपराध जांच विभाग (CID) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पश्चिम बंगाल के मंत्री जाकिर हुसैन पर हमले में आईईडी का इस्तेमाल किए जाने की शुक्रवार को आशंका जताई है। श्रम राज्य मंत्री हुसैन मुर्शिदाबाद जिले के निमतिता रेलवे स्टेशन पर बुधवार रात हुए एक बम विस्फोट में घायल हो गए थे। उन्होंने कहा कि विशेष कार्य बल (एसटीएफ) कर्मियों और फोरेंसिक टीम के सदस्यों के साथ सीआईडी अधिकारियों ने आज सुबह विस्फोट स्थल का दौरा किया और वहां से नमूने एकत्रित किए। जांच एजेंसी के अधिकारी ने बताया, ‘निमतिता स्टेशन पर विस्फोट स्थल से हमारी जांच के अनुसार, ऐसा लगता है कि एक उन्नत IED का इस्तेमाल किया गया था। मौके से नमूने मौके एकत्र किए गए हैं।’