कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में तोड़फोड़ के बाद डॉक्टरों ने शनिवार (17 अगस्त) को देश व्यापी हड़ताल का ऐलान कर दिया है। शनिवार को सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक सिर्फ अपातकालीन सेवाएं जारी रहेंगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने गुरुवार को एलान किया कि वे 17 अगस्त को सुबह छह बजे से 24 घंटे के लिए देश भर में गैर-आपात सेवाएं बंद रखेंगे। इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी और आपात कालीन वार्ड में भी चिकित्सकीय कामकाज जारी रहेगा। आईएमए ने कहा कि बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में सेवाएं बंद रहेंगी और चुनिंदा सर्जरी नहीं की जाएगी।
बयान में कहा गया, ''कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए जघन्य अपराध तथा स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या (बुधवार रात) पर प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई गुंडागर्दी के बाद भारतीय चिकित्सा संघ ने शनिवार 17 अगस्त को सुबह छह बजे से रविवार 18 अगस्त को सुबह छह बजे तक 24 घंटे के लिए एलोपैथी चिकित्सकों द्वारा देश भर में सेवाएं बंद रखने की घोषणा की है।'' इसने कहा, ''चिकित्सक, विशेषकर महिलाएं, अपने पेशे की प्रकृति के कारण हिंसा के प्रति संवेदनशील होती हैं। अस्पतालों और परिसरों के अंदर चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अधिकारियों का काम है।" आईएमए ने कोलकाता के अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की भी निंदा की।
मरीजों की परेशानी बढ़ी
डॉक्टरों की हड़ताल का असर 16 अगस्त से ही देखने को मिल रहा है। पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डॉक्टरों की अनिश्चित का कालीन हड़ताल के चलते मरीजों की परेशानी काफी बढ़ गई है। नालंदा मेडिकल कॉलेज में छोटे बच्चों को भी इलाज नहीं मिल पा रहा है।
तोड़फोड़ करने वालों पर पुलिस सख्त
आरजी कर अस्पताल में 14 अगस्त की रात बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे और अस्पताल को भारी नुकसान पहुंचाया था। लोगों ने वह जगह भी तोड़ दी थी, जहां डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करके 22 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। कोलकाता पुलिस ने तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों को फोटो भी जारी किए हैं। इसके साथ ही अस्पताल और आसपास के सीसीटीवी भी पुलिस खंगाल रही है, जिससे बाकी आरोपियों की पहचान हो सके।
सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग
कोलकाता में डॉक्टरों पर हुए हमले के खिलाफ अब देशभर के डॉक्टर सड़कों पर उतर आए हैं। कहीं जुलूस निकाला जा रहा है तो कहीं कैंडल मार्च निकाल कर इंसाफ मांगा जा रहा है। डॉक्टरों की एक ही मांग है कि केंद्र सरकार सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करे, जिससे देशभर में काम करने वाले डॉक्टरों की रक्षा की जा सके। रेजिडेंट डॉक्टर असोसिएशन FORDA ने दोबारा हड़ताल का ऐलान कर दिया है। संगठन का आरोप है कि केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार डॉक्टरों को सुरक्षा देने में नाकाम रही है। वहीं, शुक्रवार (16 अगस्त) को दोपहर 2 बजे बड़ी संख्या में डॉक्टर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और स्वास्थ्य मंत्रालय का घेराव करेंगे। शाम 6 बजे इंडिया गेट पर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कैंडल मार्च निकालेंगे। इसके साथ ही आगे की प्लानिंग के लिए आज शाम 5 बजे दिल्ली में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है।
सीबीआई ने तेज की जांच
महिला डॉक्टर के साथ हैवानियत और हत्या के मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। 14 अगस्त को कोलकाता पहुंची सीबीआई की टीम ने गुरुवार को आरजी कर अस्पताल का मुआयना किया। सीबीआई की एक टीम उस जगह भी पहुंची, जहां वारदात को अंजाम दिया गया। CFSL के बायोलॉजी डिवीजन के एक्सपर्ट्स ने मौके से भी फोरेंसिक सेंपल कलेक्ट किए हैं। इस दौरान CBI ने हॉस्पिटल के 5 डॉक्टरों, पूर्व सुपरिटेंडेंट-कम-वाइस-प्रिंसिपल, प्रिंसिपल, मेडिसिन विभाग के एचओडी और चेस्ट डिपार्टमेंट के हेड समेत 9 लोगों से पूछताछ की। सीबीआई ने RG कर अस्पताल के अंदर और बाहर लगे तमाम सीसीटीवी फुटेज को भी मांगा है। साथ ही अस्पताल के कई कर्मचारियों से पूछताछ की। इस दौरान टीम ने ड्यूटी रोस्टर भी जमा किया ताकि पता लगाया जा सके कि 9 अगस्त को कौन-कौन ड्यूटी पर था।
पुलिस अधिकारी भी तलब
सीबीआई के अधिकारियों ने ताला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी अभिजीत मंडल को भी तलब किया है, जिन्होंने शुरू में अननेचुरल डेथ का मामला दर्ज किया गया था। उन्हें मूल केस डायरी के साथ सीबीआई ऑफिस आने को कहा गया है। इसके साथ ही सीबीआई की टीम CFSL के जरिए पीड़िता की पिछली जिंदगी को समझने के लिए उसके मोबाइल की चैट्स और दूसरे सोशल मीडिया एप भी देख रही है। इसके अलावा, पीड़िता और आरोपी की कॉल डिटेल रिकॉर्ड और उनके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर क्राइम सीन को रिक्रिएट करने की कोशिश की रही है। सीबीआई की एक टीम ने महिला डॉक्टर के माता-पिता से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए हैं।
क्या है मामला ?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। वह नाइट ड्यूटी पर थी। अस्पताल के अंदर उसकी मौत होने पर बवाल हो गया था। बाद में कोलकाता पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि, इस घटना के बाद भी लोगों का गुस्सा बढ़ता गया। कुछ अराजक तत्वों ने रात के समय अस्पताल पहुंचकर तोड़फोड़ भी की। ऐसे में डॉक्टरों सहित आम लोगों का गुस्सा भड़क गया। डॉक्टरों के संगठन हड़ताल पर हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। कोलकाता पुलिस के बाद सीबीआई ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। आशंका जताई जा रही है कि महिला डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था।
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