कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को कहा कि उसके कुछ नेताओं के हाल में दल बदलने को ज्यादा तवज्जो देने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ‘‘विश्वासघाती और पीठ पर वार करने वाले लोग चिरकाल से मौजूद हैं।’’ पश्चिम बंगाल के पंचायत मंत्री एवं विधायक सुब्रत मुखर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी न तो हैरान है और न ही हतोत्साहित, क्योंकि नेताओं के इस प्रकार पार्टी छोड़ करइजाने से अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव पर ‘‘कोई असर नहीं पड़ेगा।’’
उन्होंने कहा कि पार्टी इस प्रकार की घटनाओं और विधानसभा चुनाव में 294 में से 250 सीटें जीतने के भाजपा के ‘‘बेतुके दावों’’ को अधिक महत्व नहीं देती। तृणमूल कांग्रेस के नेता शुभेंदु अधिकारी, पार्टी के एक सांसद और पांच विधायक शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए थे। मंत्री ने पिछले कुछ दिन से भगवा दल के संपर्क में रहने के लिए अधिकारी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हमारे पास इस प्रकार की सूचना थी। मीर जाफरों के दल बदलने पर हल्ला करने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस प्रकार का विश्वासघात सदियों से होता आ रहा है।’’
मीर जाफर एक सैन्य कमांडर था, जिसने पलासी की लड़ाई में बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को धोखा दिया था और अंग्रेजों का साथ दिया था। इसके बाद से मीर जाफर का नाम विश्वासघात का पर्यायवाची बन गया है। मुखर्जी ने कहा, ‘‘केवल एक शुभेंदु को अपने पाले में कर, भाजपा 250 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है शुक्र है कि वे सभी सीटें जीतने का दावा नहीं कर रहे।’’ रवींद्रनाथ टैगोर की तस्वीर के ऊपर शाह की तस्वीर वाले होर्डिंग को लेकर शांतिनिकेतन में कई लोगों के नाराजगी जाहिर करने के मद्देनजर मुखर्जी ने भाजपा पर टैगोर का ‘‘अपमान’’ करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पार्टी की छात्र शाखा के नेता ‘‘टैगोर के अपमान’’ के विरोध में उनके जन्मस्थल जोरासांको में एक दिन के धरने पर बैठे हैं। तृणमूल कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश मजूमदार ने कहा, ‘‘भाजपा टैगोर जैसे हमारे आदर्शों का पूरा सम्मान करती है। उनके शब्दों, विचारों और लेखन के अनुसार आचरण करती है।’’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर इस महीने की शुरुआत में हुए हमले की घटना को लेकर मुखर्जी ने कहा, ‘‘उनके जैसे कद वाले व्यक्ति को गलत सूचना नहीं फैलानी चाहिए।
उन्हें जेड-श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, लेकिन फिर भी प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया। डायमंड हार्बर में उनके दौरे के दौरान उनके काफिले में कई अनधिकृत कारों को देखा गया।’’ मंत्री ने आरोप लगाया कि शाह ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले में एक किसान के मकान के निर्माण के बारे में गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘‘किसान के आवास पर भोजन करने के बाद शाह ने कहा कि यह मकान गरीबों के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया गया है। सच्चाई यह है कि राज्य और केंद्र सरकारें इस परियोजना का बोझ साझा करती हैं।’’ मुखर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी अपनी ‘द्वारे सरकार’ पहल के तहत 1.9 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंच चुकी है, जो ‘‘ऐतिहासिक’’ है।