भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय सचिव अनुपम हाजरा ने एक विवादित बयान देकर अपनी ही पार्टी को सवालों के घेरे में ला खड़ा कर दिया है। उनके इस बयान पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने जहां जोरदार पलटवार किया, वहीं उनकी पार्टी बीजेपी ने उनकी टिप्पणी से किनारा कर लिया। दरअसल, अनुपम हाजरा ने सोमवार को यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशायल (ED) के समन से डरने वाले 'भ्रष्ट' टीएमसी नेताओं को बीजेपी में शामिल होने के लिए उनसे कॉन्टैक्ट करना चाहिए।
हाजरा ने अपने बयान को लेकर दी सफाई
इसके बाद राज्य इकाई ने उनकी टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया है। हालांकि, हाजरा ने बाद में दावा किया कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से समझा गया। इस पर सत्तारूढ़ टीएमसी ने कहा कि बीजेपी ‘वॉशिंग मशीन’ बन गई है और अपने राजनीतिक हितों को पूरा करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही। हाजरा ने बीरभूम जिले के बोलपुर में पार्टी की संगठनात्मक बैठक में यह टिप्पणी की थी।
टीएमसी नेता पर क्या बोले अनुपम हाजरा?
उन्होंने कहा, "जो टीएमसी नेता सोने के कंगन और चेन पहनकर खुले घूम रहे हैं, वे आशंकित हैं कि उन्हें सीबीआई या ईडी से समन मिल सकता है। मैं इस मंच से उनसे कहना चाहता हूं कि उन्हें तुरंत भ्रष्ट आचरण बंद कर देना चाहिए।" उन्होंने कहा, "आप मेरे फेसबुक पेज पर जा सकते हैं और मुझसे संपर्क कर सकते हैं। यदि आपको बीजेपी में शामिल होने के लिए बात करने में हिचक है तो आप मुझसे कॉन्टैक्ट कर सकते हैं और मुझे अपनी इच्छा बता सकते हैं। हम देखेंगे कि दल आपकी सेवाओं का उपयोग कैसे कर सकता है।"
हाजरा के बयान पर BJP-TMC की प्रतिक्रिया
बीजेपी के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "राज्य इकाई भ्रष्ट नेताओं को शामिल करने के संबंध में उनके विचारों से सहमत नहीं है न ही हम इस प्रथा का पालन करते हैं। बाकी उन्होंने जो कहा, उस पर टिप्पणी करना केंद्रीय नेतृत्व का काम है।" हाजरा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, "हम लंबे समय से कह रहे हैं कि बीजेपी एक 'वॉशिंग मशीन' बन गई है, जहां सभी दागी नेता बीजेपी में शामिल होते ही 'साधु' बन जाते हैं। अब यह साबित हो गया है कि बीजेपी केवल दागी नेताओं को शामिल करने में रुचि रखती है।"