कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित ऐतिहासिक राइटर्स बिल्डिंग में शुक्रवार को कोलकाता पुलिस के एक कॉन्सटेबल ने कथित तौर पर अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अधिकारियों ने बताया कि कॉन्सटेबल बिश्वजीत कारक (34) कोलकाता पुलिस की पांचवीं बटालियन का था। वह ब्रिटिशकालीन भवन के गेट नंबर 6 पर अकेले तैनात था और दोपहर बाद 3 बजकर 25 मिनट पर उसने खुद को गोली मार ली। राइटर्स बिल्डिंग में ही पहले राज्य सचिवालय हुआ करता था।
बिल्डिंग के गेट नंबर 6 पर तैनात था बिश्वजीत
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2013 में सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग से हटाकर हुगली नदी के दूसरे किनारे स्थित नबन्ना के 14वें तल पर ले गई थीं। वह जिस 6 नंबर गेट पर तैनात था, उसका इस्तेमाल वर्तमान में कुछ वरिष्ठ मंत्रियों सहित VVIP भवन में प्रवेश करने के लिए करते थे। अधिकारियों ने बताया कि उसकी शिफ्ट दोपहर ढाई बजे शुरू हुई थी और वह प्रेस कॉर्नर के सामने दरवाजे के अंतिम छोर पर एक कुर्सी पर बैठा था। इसी दौरान उसने खुद को गोली मार ली।
पुलिस ने कहा, हम मामले की जांच कर रहे हैं
घटनास्थल का दौरा करने के बाद उपायुक्त (मध्य) सुधीर कुमार नीलकांतम ने कहा, ‘उसने खुद को गोली मारने के लिए सर्विस राइफल का इस्तेमाल किया। हम मामले की जांच कर रहे हैं। जिस तरीके से गोली चलाई गई और इसकी दिशा देखकर हम मान सकते हैं कि बिश्वजीत ने आत्महत्या की।’ सूत्रों ने बताया कि उसे कलकत्ता मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि बिश्वजीत करीब 10 वर्ष पहले बल में शामिल हुआ था और वह पूर्व मेदिनीपुर जिले का रहने वाला था।
‘बिश्वजीत का चल रहा था डिप्रेशन का इलाज’
उन्होंने बताया कि बिश्वजीत महानगर के लेक टाउन इलाके में किराये के एक मकान में रहता था। उसकी पत्नी कोलकाता में आरजी कार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में नर्स है। सूत्रों ने कहा कि पिछले कुछ समय से उसके अवसाद का इलाज चल रहा था। राइटर्स भवन का फिलहाल पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है और यहां कुछ सरकारी विभाग हैं जबकि शेष को अन्य स्थानों पर ट्रांसफर कर दिया गया है।