Highlights
- अधीर रंजन का ममता पर कानून व्यवस्था में फेल होने का आरोप
- पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग उठाई
- केंद्रीय नेतृत्व की चुप्पी के लिए बीजेपी पर भी साधा निशाना
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमरा जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को राज्य में अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग की। चौधरी ने फरवरी में छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय मौत की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर हावड़ा में कदमताला से एस्प्लेनेड इलाके तक एक ‘पदयात्रा’ का नेतृत्व किया।
बहरामपुर से सांसद अधीर रंजन चौधरी ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक घटना हो रही हैं। छात्र नेता अनीस खान को उसके घर की तीसरी मंजिल से धक्का दिया गया और जांच में असली दोषियों को बचाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट में बर्बर घटना हुई, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों को जलाकर मार डाला गया। झालदा नगरपालिका से कांग्रेस पार्षद तपन कंडू को नजदीक से गोली मारी गयी लेकिन कोई उचित जांच नहीं की गयी है। ये सभी घटनाएं राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त होने और सत्तारूढ़ टीएमसी की मिलीभगत का संकेत देती हैं।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने पत्रकारों से कहा कि इन परिस्थितियों में पार्टी पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने के पक्ष में है, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और ‘पुलिस मंत्री’ ममता बनर्जी स्थिति को काबू में करने में बुरी तरह नाकाम रही हैं। संविधान का अनुच्छेद 355 आपात स्थिति से संबंधित है, जिसके तहत केंद्र बाह्य आक्रमण या आंतरिक अशांति से किसी राज्य की रक्षा करने के लिये हस्तक्षेप कर सकता है।
चौधरी ने पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने के मुद्दे के संबंध में केंद्रीय नेतृत्व की चुप्पी के लिए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। एक अन्य सवाल के जवाब में चौधरी ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद ईंधन की कीमत में कई बार वृद्धि के मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा। कांग्रेस नेता ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने का अनुरोध किया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य सरकार संविधान के प्रावधानों के अनुसार काम करे।