कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर संग हुए रेप और मर्डर के बाद से देश में माहौल गरमाया हुआ है। डॉक्टरों और लोगों द्वारा सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। इस बीच बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने आरजीकर अस्पताल में सीआईएसएफ की तैनाती का आदेश दिया था। इसी कड़ी में सीआईएसफ को मेडिकल कॉलेज में तैनात कर दिया गया है। बता दें कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक सहायक कमांडेंट के नेतृत्व में सीआईएसएफ की दो कंपनियों को तैनात किया गया है।
अस्पताल की सुरक्षा में जुटी सीआईएसएफ
जानकारी के मुताबिक एक महिला निरीक्षक के नेतृत्व में 50 महिला कर्मियों की एक टीम विशेष रूप से महिला कार्य क्षेत्रों, वार्डों और छात्रावासों की सुरक्षा करेगी, जिनकी तैनाती हो चुकी है। वहीं सीआईएसएफ सुरक्षा के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसमें एक समर्पित नियंत्रण कक्ष और तलाशी और स्कैनिंग मशीनें लगाना शामिल है। सीआईएसएफ ने सड़क से अस्पताल में आने वाले लगे बैरिकेडिंग को भी हटा दिया है। साथ ही पूरे अस्तपाल को सीआईएसएफ ने अपने सुरक्षा दायरे में ले लिया है।
संदीप घोष का होगा पॉलीग्राफ टेस्ट
कोलकाता के आरजीकर अस्पताल में महिला डॉक्टर संग हुई रेप और मर्डर की घटना से लोगों में आक्रोश है। कोलकाता में इसे लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन भी किया जा रहा है। इस बीच मामले की जांच कर रही सीबीआई आरजीकर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को कोलकाता जिला कोर्ट लेकर पहुंची। संदीप घोष के अलावा 4 अन्य डॉक्टरों को भी सीबीआई साथ लेकर पहुंची। संदीप घोष के अलावा 4 उन ट्रेनी डॉक्टर्स को कोर्ट लाया गया है, जिन्होंने मृतका के साथ आखिरी बार डिनर किया था। सीबीआई कोर्ट में संदीप घोष की पॉलीग्राफी की अर्जी और मिजिस्ट्रेट के सामने बयान की अर्जी के लिए कोर्ट पहुंची। ऐसे में कोर्ट ने संदीप घोष के पॉलीग्राफ टेस्ट को मंजूरी दे दी है।