कोलकाता: सीआईडी ने बांग्लादेश के सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या मामले की जांच के सिलसिले में तलाश अभियान तेज कर दी है। रविवार को सीआईडी ने दक्षिण 24 परगना जिले में एक नहर के पास से मानव हड्डियों के कुछ हिस्से बरामद किए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामले के प्रमुख संदिग्ध मोहम्मद सियाम हुसैन (जिसे नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार करके भारत को प्रत्यर्पित किया था) से पूछताछ के बाद ये हड्डियां भांगर के कृष्णामती गांव में बागजोला नहर के दक्षिण-पूर्वी तट से बरामद की गईं।
फॉरेंसिक जांच के लिए भेजी जाएंगी हड्डियां
सीआईडी के अधिकारी ने कहा, "बरामदगी के दौरान मौजूद चिकित्सा अधिकारियों और फॉरेंसिक विशेषज्ञों के मुताबिक हड्डियों के हिस्से इंसान के प्रतीत होते हैं।" उन्होंने बताया कि इस संबंध में बिजॉयगंज बाजार पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया है। हड्डियों को जल्द ही फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। अधिकारी ने कहा, "बांग्लादेशी राजनेता के शरीर के अन्य अंगों का पता लगाने के लिए तलाश जारी है।"
मांस के टुकड़े भी बरामद
सीआईडी के अधिकारियों ने इससे पहले न्यू टाउन इलाके के एक फ्लैट के सेप्टिक टैंक से मांस के टुकड़े बरामद किए थे, इनका वजन लगभग 3.5 किलोग्राम था। इसी जगह पर सांसद को आखिरी बार 12 मई को देखा गया था। सीआईडी के अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश के सांसद की बेटी हड्डियों और मांस के टुकड़ों की बरामदगी होने पर डीएनए जांच के लिए अगले सप्ताह कोलकाता पहुंच सकती है। एक अधिकारी ने बताया कि बांग्लादेशी नेता के शरीर के अंगों, साथ ही अपराध को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियारों का पता लगाने के लिए हुसैन को कोलकाता के पास न्यू टाउन इलाके के उस फ्लैट में भी ले जाया गया जहां अनार को आखिरी बार 12 मई को देखा गया था।
हुसैन से की जा रही पूछताछ
मामले के प्रमुख संदिग्ध हुसैन को नेपाल पुलिस ने गिरफ्तार करके शुक्रवार को भारत को प्रत्यर्पित कर दिया था। सीआईडी अधिकारी ने कहा, "हम हुसैन से पूछताछ कर रहे हैं। उसे बांग्लादेश के सांसद के शरीर के अंगों की तलाश के लिए न्यू टाउन के फ्लैट और आसपास के इलाकों में भी ले जाया गया। वह हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियारों का पता लगाने में भी हमारी मदद करेगा।" हुसैन को शनिवार शाम को पश्चिम बंगाल लाया गया। उसे उत्तर 24 परगना जिले के बारासात की एक स्थानीय अदालत ने सीआईडी की 14 दिन की हिरासत में भेज दिया।
क्या है मामला
बता दें कि सांसद कथित तौर पर इलाज कराने के लिए 12 मई को कोलकाता पहुंचे थे। उनकी तलाश छह दिन बाद तब शुरू हुई जब उत्तरी कोलकाता के बारानगर के निवासी और बांग्लादेशी नेता के परिचित गोपाल विश्वास ने 18 मई को स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। अनार यहां आने के बाद विश्वास के घर पर रुके थे। अपनी शिकायत में विश्वास ने कहा कि अनार 13 मई की दोपहर को चिकित्सक से मिलने के लिए बारानगर आवास से निकले थे। उन्होंने कहा था कि वह रात में वापस आएंगे। विश्वास ने कहा कि बांग्लादेश के सांसद से 17 मई से संपर्क नहीं हुआ था। इस वजह से उन्होंने इसके एक दिन बाद गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। (इनपुट- भाषा)
यह भी पढ़ें-
हम कुछ दिन इंतजार करने को तैयार हैं, लेकिन हमें एक कैबिनेट मिनिस्ट्री चाहिए: अजित पवार
Fact Check: क्या इस बार भी EVM में हुई गड़बड़ी? जानें क्या है वायरल पेपर कटिंग के दावे का पूरा सच