पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दिल्ली आ रही हैं। ममता कल दिल्ली में होने वाली नीति आयोग की बैठक में शामिल हो सकती हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीते दिन ही दिल्ली आने वाली थी, लेकिन किसी कारणवश वे नहीं आ सकी थीं और उन्हें अपनी यात्रा एक दिन टालनी पड़ी। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज दिल्ली के बंगा भवन में शाम 4:00 बजे टीएमसी सांसदों से मुलाकात भी कर सकती हैं।
बैठक में करेंगी प्रदर्शन
दिल्ली रवाना होने से पहले तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि वह नीति आयोग की बैठक में बंगाल के साथ किए जा रहे राजनीतिक भेदभाव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगी। मोदी सरकार के मंत्रियों और भाजपा नेताओं का रवैया ऐसा है कि वे बंगाल को बांटना चाहते हैं। आर्थिक नाकेबंदी के साथ-साथ वे भौगोलिक नाकेबंदी भी करना चाहते हैं।
बांटने वाला दे रहे बयान
AITC अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पहले ही जाने का फैसला कर लिया था लेकिन उनका व्यवहार संदिग्ध लग रहा है। उन्होंने हमें 7 दिन पहले लिखित भाषण भेजने के लिए कहा था। इन सबके बाद बजट पेश किया गया। बंगाल और अन्य विपक्षी शासित राज्यों को बजट में पूरी तरह से वंचित रखा गया और उनके साथ सौतेला व्यवहार किया गया और हम इस भेदभाव के साथ-साथ राजनीतिक पक्षपात को स्वीकार नहीं कर सकते।
देश को "टुकड़े-टुकड़े" में तोड़ने की साजिश
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि उसके बाद से ही वे अपना रवैया दिखा रहे हैं। मंत्रियों से लेकर भाजपा नेताओं तक, वे बंगाल को विभाजित करने की साजिश कर रहे हैं। एक तरफ आर्थिक नाकेबंदी है तो दूसरी तरफ भौगोलिक और राजनीतिक नाकेबंदी है। वे देश को "टुकड़े-टुकड़े" में तोड़ने की साजिश कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संसद चल रही है, तो वे बंगाल को विभाजित करने के लिए अपना बयान दे रहे हैं। और अब अलग-अलग सोर्सों से, अलग-अलग पार्टी के सदस्य अलग-अलग तरह के बयान दे रहे हैं- बिहार, झारखंड, असम और बंगाल को विभाजित करने के लिए। हम इस रवैये की कड़ी निंदा करते हैं। बंगाल को विभाजित करने का मतलब है हमारे देश भारत को विभाजित करना। हम इसका समर्थन नहीं करते।
हेमंत सोरेन भी रहेंगे
ममता बनर्जी ने बताया कि झारखंड के चीफ मिनिस्टर हेमंत सोरेन भी नीति आयोग के बैठक में शामिल होंगे। आगे कहा कि मुझे लगता है कि ऐसी स्थिति में मैं अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करने जा रही हूँ। मैं कुछ समय के लिए वहाँ रहूँगी। अगर वे मुझे अपनी आवाज़ रिकॉर्ड करने की अनुमति देते हैं, तो मैं ऐसा करूँगी। अन्यथा, मैं विरोध में वहाँ से चली जाऊँगी। मैं अपने राज्य की ओर से बोलने की कोशिश करूँगी। जहाँ तक मुझे पता है, हेमंत सोरेन भी अपने राज्य के लिए बोलने जा रहे हैं। हमारी ओर से, हम सभी के लिए बोलेंगे।
(इनपुट- ओंकार)
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