कोलकाता: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में करप्शन के मामले में चार्जशीट दाखिल की। सीबीआई ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष को मुख्य आरोपी बनाया गया है। सीबीआई ने 1000 पन्नों की चार्जशीट तैयार की थी। हालांकि कोर्ट ने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। इस चार्जशीट में पांच लोगों को आरोपी बनाया गया है।
कुल पांच आरोपियों के नाम
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने 100 पन्नों की चार्जशीट में चार अन्य लोगों के नाम भी शामिल किए हैं। इन सभी लोगों को अनियमितताओं में कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था। अधिकारी ने बताया, ‘‘मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष (जिन्हें निलंबित कर दिया गया है) के अलावा चार्जशीट में अन्य चार गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं। इनमें बिप्लब सिंह, अफसर अली, सुमन हाजरा और आशीष पांडे के नाम शामिल हैं।’’
कोर्ट ने किया नामंजूर
हालांकि, अलीपुर स्थित विशेष सीबीआई कोर्ट ने इस चार्जशीट को स्वीकार नहीं किया, क्योंकि राज्य सरकार के किसी भी कर्मचारी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए आवश्यक आधिकारिक मंजूरी नहीं मिल पाई थी।
करप्शन का मामला
दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज में छात्रा के साथ रेप और मर्डर मामले के बाद हंगामा हुआ। इस समय देश भर में प्रदर्शन हुए। इसी दौरान छात्रों और कुछ डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में भारी करप्शन होने के आरोप लगाए थे। इसमें पूर्व प्राचार्य संदीप घोष पर भी गंभीर आरोप लगाए गए। इसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का भी गठन किया था। जांच के दौरान वित्तिय अनियमितताएं पाई गईं। वहीं सीबीआई ने जांच में पाया कि आरोपियों ने साजिश रचकर उपकरणों और सामग्रियों की खरीद में घोटाला किया। साथ ही सरकारी धन का दुरुपयोग किया। (एजेंसी इनपुट के साथ)
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