कोलकाता: पश्चिम बंगाल अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि संभव है कि पिछले सप्ताह मुर्शिदाबाद जिले में विस्फोट में बुरी तरह घायल हुए राज्य के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन बदमाशों का निशाना नहीं रहे हों और बम में दुर्घटनावश विस्फोट हो गया हो। सीआईडी के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि हो सकता है कि बदमाश अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों से जुड़े हों और वे विस्फोटक से भरा बैग राज्य के बाहर से लाए हों और वे इसे कोलकाता या कहीं और ले जा रहे हों। तृणमूल कांग्रेस के विधायक हुसैन 17 फरवरी को रात दस बजे के करीब निमतिता स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर कोलकाता जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे थे और इसी दौरान वहां विस्फोट हुआ जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए। विस्फोट में अन्य लोग भी घायल हुए हैं।
राज्य सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने घटनास्थल से काले रंग के बैग के टुकड़े, मोबाइल फोन की बैटरी के टुकड़े, तारें आदि इकट्ठा की हैं लेकिन इनकी जांच की रिपोर्ट अभी आई नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी प्रारंभिक जांच में ऐसा लग रहा है कि बम में दुर्घटनावश विस्फोट हो गया और विस्फोट जानबूझ कर नहीं किया गया था। बदमाशों ने बैग में विस्फोटक रखा था और वे उसे कोलकाता या अन्य किसी जिले में ले जाना चाह रहे होंगे। इस बात की काफी संभावना है कि मंत्री उनका निशाना नहीं थे।’’
उन्होंने कहा कि घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल से रिकॉर्ड किए गए वीडियो की भी जांच की जा रही है। इस मामले में सीआईडी ने अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल जा कर हुसैन का हालचाल जाना। इसी अस्पताल में हुसैन और विस्फोट में घायल हुए 13 अन्य लोगों का उपचार चल रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘जाकिर अब बेहतर हैं। उनकी दो सर्जरी होनी हैं। चिकित्सकों ने बेहतरीन काम किया है। मैं जाकिर और अन्य लोगों से मिलने जाने वाले सभी लोगों से अपील करती हूं कि वे ऐहतियाती कदम उठाएं और उनके ज्यादा करीब नहीं जाएं क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं।"