नई दिल्ली/कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य में हिंसा की खबरें तेजी से आ रही हैं। टीएमसी पर बीते 24 घंटों में BJP के 9 कार्यकर्ताओं की मौत का आरोप लगा है। भाजपा ने सोमवार को दावा किया कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य में उसके नौ से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। पार्टी ने इस हिंसा के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा तथा उनके समर्थकों व सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया। जगदाल शहर से भाजपा कार्यकर्ता श्रीमती शोवा रानी मोंडल, राणाघाट से उत्तम घोष, बेलाघाट से अभीजीत सरकार, सोनारपुर दक्षिण से होरोम अधिकारी, सिताल्कुची से मोमिक मोइत्रा और बोलपुर से गौरब सरकार को चुनाव परिणाम आने के बाद से मौत के घाट उतार दिया गया है।
मंगलवार को जे पी नड्डा कर सकते हैं बंगाल का दौरा
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि बंगाल के नतीजे भाजपा के लिए झटका नहीं हैं क्योंकि हमें अभूतपूर्व लाभ मिला है, तृणमूल कांग्रेस की सहायता करने के लिए वाम-कांग्रेस ने चुनाव मैदान छोड़ा। भाजपा कार्यकर्ता ममता बनर्जी द्वारा प्रायोजित हिंसा के पीड़ित हैं, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा मंगलवार को पश्चिम बंगाल का दौरा कर सकते हैं।
भाजपा महासचिव व पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ममता जी की जीत के बाद उनके कार्यकर्ता जश्न मना रहे है और भाजपा कार्यकर्ताओं के घर तोड़ रहे है। अब तक 9 से ज़्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है।’’ भाजपा नेता ने इस ट्वीट के साथ हिंसा की घटनाओं से संबंधित एक वीडियो भी साझा किया।
गृह मंत्रालय ने चुनाव परिणाम के बाद हुई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल से रिपोर्ट तलब की
केंद्र सरकार ने राज्य में चुनाव परिणाम के बाद विपक्षी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर की गई हिंसा को लेकर सोमवार को पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट तलब की। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद कथित तौर पर भाजपा समेत विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ''गृह मंत्रालय ने राज्य में चुनाव परिणाम के बाद विपक्षी राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाकर की गई हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी है।'' भाजपा ने आरोप लगाया है कि हुगली जिले के पार्टी कार्यालय में आगजनी की गई और राज्य में शुभेंदु अधिकारी समेत उसके कई नेताओं को तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा निशाना बनाया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने समर्थकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रदेश के गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को तलब कर उन्हें शांति बहाल करने के निर्देश दिये। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के एक दिन बाद हुई इन घटनाओं के बाद की स्थिति पर अफसरों से चर्चा की।