पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को संदेशखली गई थीं। उनका यह दौरा खासा चर्चा में रहा, क्योंकि संदेशखली हिंसा के करीब एक साल बाद वह यहां पहुंची थीं। ममता बनर्जी ने यहां रैली की। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधा। ममता बनर्जी के दौरे के अगले ही दिन यानी आज बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने यहां एक रैली की और तृणमूल कांग्रेस की सरकार पर प्रहार किया। ममता बनर्जी के संदेशखली दौरे को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि इस इलाके में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 7,000 समर्थक हैं। उनका दौरा सिर्फ नुकसान की भरपाई करने का एक प्रयास था।
"कानून के आधार पर बदला लेंगे"
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्ता में आने पर बीजेपी संदेशखली में हुए अत्याचारों की जांच के लिए एक आयोग का गठन करेगी और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को जेल भेजेगी। उन्होंने कहा, "आपने लोगों से कहा है कि जो कुछ भी हुआ है उसे भूल जाएं। संदेशखली के लोग इसे नहीं भूलेंगे। मैं भी नहीं भूलूंगा। आपने संदेशखली की महिलाओं को फंसाया था और जेल भेजा। महिलाओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कराने पर बीजेपी आपको भी जेल भेजेगी। हम कानून के आधार पर बदला लेंगे और संविधान की सीमा के भीतर रहेंगे।"
क्या है संदेशखली का मामला?
बता दें कि 2024 के फरवरी महीने में संदेशखली के इलाके में कुछ स्थानीय टीएमसी नेताओं पर आरोप लगे थे कि उन्होंने महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार किया था और जमीन हड़प लिया। इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संदेशखली दौरे के दौरान कहा, "मुझे पता है कि इसके पीछे एक बड़ा खेल था, इसमें पैसे प्रभावी था, लेकिन बाद में लोगों को एहसास हुआ कि पूरा मामला झूठा है। सच्चाई आखिर सामने आती है। जो बीत गई सो बात गई। मैं इन बातों को मन में नहीं रखना चाहती हूं।"
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