अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोरों पर हैं। प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए लोगों को निमंत्रण दिया जा रहा है। इस बीच बंग्लादेश के हिंदुओं को भी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्यौता दिया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के भाजपा विधायक अशोक कीर्तनिया ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर बांग्लादेश के हिंदू समुदाय को 'अक्षत' सौंपा। इस दौरान दोनों देशों के सीमा प्रहरियों के जवान भी मौजूद थे।
बीजेपी विधायक ने कही ये बात
इस मौके पर उत्तर 24 परगना के बीजेपी अशोक कीर्तनिया ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को अयोध्या में होगी। हमने बांग्लादेश के हिंदुओं को 'प्रसाद चावल' सौंपा है।
रयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’
अयोध्या स्थित राम मंदिर में 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले किये जा रहे अनुष्ठानों के तहत दूसरे दिन बुधवार को सरयू नदी के तट पर ‘कलश पूजन’ किया गया। मंदिर ट्रस्ट के एक सदस्य ने यह जानकारी दी। अनुष्ठानों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ जो बुधवार को यहां सरयू नदी के तट पर 'यजमान' (मुख्य यजमान) द्वारा ‘कलश पूजन’ के साथ जारी रहा। इसके पहले मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन होने वाले अनुष्ठानों से पहले के इन अनुष्ठानों का सिलसिला 21 जनवरी तक जारी रहेगा।
राय ने यह भी कहा था कि समारोह के दिन राम लला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े न्यूनतम जरूरी अनुष्ठानों को किया जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा, उनकी पत्नी और अन्य लोगों ने सरयू नदी तट पर ‘कलश पूजन’ किया। मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘आज सरयू तट पर कलश पूजन का कार्यक्रम हुआ। इसके बाद सरयू नदी के जल से भरे बर्तन उस स्थान (राम मंदिर परिसर) पर ले जाएंगे जहां समारोह से पहले के अनुष्ठान किये जा रहे हैं।