कोलकाता: संदेशखाली मामले पर बीजेपी नेता वानति श्रीनिवासन ने शनिवार को ममता सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पारदर्शी है, तो महिला सांसदों को संदेशखाली में पीड़ितों से मिलने से क्यों रोका जा रहा है। भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवासन ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि टीएमसी शासन के तहत महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं।
वानति श्रीनिवासन ने क्या कहा?
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। अगर टीएमसी सरकार इतनी पारदर्शी है, तो विपक्षी महिला सांसदों को संदेशखाली में पीड़ितों से मिलने से क्यों रोका जा रहा है? वे क्या छिपाने की कोशिश कर रहे हैं? भाजपा शासित राज्यों में ‘अत्याचार’ के इसी तरह के आरोप लगाए जाने पर उनकी पार्टी द्वारा चुप्पी साध लेने के आरोप पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्रीनिवासन ने कहा कि भाजपा ने कभी भी ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल किसी को नहीं बचाया है। उन्होंने दावा किया, ''जब भी पार्टी शासित किसी भी राज्य में ऐसी घटनाएं हुई हैं, तो भाजपा ने कभी किसी को नहीं बचाया। हमारी ऐसे अपराधों के प्रति बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करने की नीति है। लेकिन यहां कहानी अलग है।''
आने वाले चुनाव में संदेशखाली एक अहम मुद्दा: श्रीनिवासन
श्रीनिवासन ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी जघन्य अपराधों के ऐसे आरोपी,जो उनके अपने हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेतृत्व उत्तर प्रदेश या मणिपुर में अपनी टीम भेजने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने कहा, "लेकिन कुछ अन्य स्थानों पर होने वाली विभिन्न घटनाओं का हवाला देने के नाम पर, वे यह नहीं कह सकते कि वे यहां क्यों आ रहे हैं।"
श्रीनिवासन ने कहा कि भाजपा महिला मोर्चा लोकसभा चुनाव से पहले इन मुद्दों को पश्चिम बंगाल की हर महिला तक ले जाएगी। उन्होंने कहा, "आने वाले चुनाव में संदेशखाली एक महत्वपूर्ण मुद्दा होगा।’’ श्रीनिवासन ने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले के बारासात में 6 मार्च को महिलाओं की रैली को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संबोधित करेंगे और इसका प्रसारण पश्चिम बंगाल में भाजपा के 4,000 से अधिक महिला मंडल में किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार उन अपराधियों की रक्षा कर रही है, जो महिलाओं के खिलाफ अत्याचार में शामिल हैं। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को भी संदेशखाली जाने की अनुमति नहीं दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन केवल राज्य के बाहर काम कर रहा है, भीतर नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘यहां, वे एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं।’’ (इनपुट: भाषा)