कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी को उत्तर 24 परगना में संदेशखालि का दौरा करने की सोमवार को अनुमति दे दी। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के कुछ नेताओं द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किये जाने और जमीन हड़पने के खिलाफ संदेशखालि में पिछले कुछ दिनों से विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। अदालत ने भाजपा नेता को अपनी यात्रा के मार्ग की जानकारी आज शाम तक राज्य सरकार को मुहैया करने का निर्देश दिया। न्यायमूर्ति कौशिक चंद ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता को निर्देश दिया कि दौरे पर वह कोई भड़काऊ भाषण नहीं देंगे और अशांत इलाके में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा नहीं करेंगे।
संदेशखालि जाएंगे शुभेंदु अधिकारी
अदालत ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि नंदीग्राम से भाजपा विधायक अधिकारी को संदेशखालि के दौरे के दौरान पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। टीएमसी के दो नेताओं, उत्तर 24 परगना जिला परिषद सदस्य शिव प्रसाद हाजरा और पार्टी के स्थानीय पदाधिकारी उत्तम सरदार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके खिलाफ सामूहिक बलात्कार और हत्या की कोशिश के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने उच्च न्यायालय का रुख कर संदेशखालि का दौरा करने और कथित प्रताड़ना के पीड़ितों से मिलने की अनुमति मांगी थी।
महिला आयोग की अध्यक्ष ने दिया बयान
बता दें कि 24 परगना के संदेशखालि में महिलाओं द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। उनका कहना है कि उनकी जमीनों को कब्जाया गया है और उनके साथ यौन शोषण किया गया है। इस बीच संदेशखालि को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और किसी को वहां जाने की अनुमति नहीं है। इससे पहले राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा संदेशखालि का दौरा करने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए और फिर उन्हें संदेशखालि जाने चाहिए, ताकि वो वहां कि महिलाओं के दर्द को महसूस कर सकें।
(इनपुट-भाषा)