कोलकाता। भाजपा नेता शुभेन्दु अधिकारी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में बुधवार को याचिका दायर कर पश्चिम बंगाल पुलिस को उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराने का निर्देश दिए जाने का आग्रह किया। उन्होंने दावा किया कि दिसंबर में जबसे वह तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं तबसे उन्हें राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की ओर से द्वेषपूर्ण आक्रामकता का सामना करना पड़ रहा है।
अधिकारी ने उल्लेख किया कि उन्हें भारतीय जूट निगम का अध्यक्ष बनाया गया है, जो केंद्रीय मंत्रिमंडल के मंत्री के बराबर का पद है। उन्होंने कहा कि उन्हें केंद्र सरकार ने गंभीर खतरे की आशंका के चलते ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि राज्य के अधिकारी उनकी सुरक्षा को लेकर निष्क्रिय और उदासीन बने रहें।
अधिकारी ने अदालत से आग्रह किया कि पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों को जनसभाओं के लिए उनके दौरों के स्थलों तथा उनके यात्रा मार्गों सहित उनकी पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाना चाहिए।
शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी को डीएसडीए के अध्यक्ष पद से हटाया गया
तृणमूल कांग्रेस के सांसद एवं भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी के पिता शिशिर अधिकारी को दीघा शंकरपुर विकास प्राधिकरण (डीएसडीए) के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। एक आधिकारिक अधिसूचना में यह जानकारी सामने आई है। अधिकारी के स्थान पर विधायक अखिल गिरि को नियुक्त किया गया है, जो तृणमूल कांग्रेस में उनके विरोधी माने जाते हैं। गिरि ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, “उन्होंने डीएसडीए के अध्यक्ष के रूप में कुछ नहीं किया, इसलिए उन्हें हटा दिया गया।” शिशिर अधिकारी इस वक्त पूर्वी मेदिनीपुर में टीएमसी के जिला अध्यक्ष हैं।
टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सांसद एजेंसी के अध्यक्ष के तौर पर अपने दायित्वों को निर्वहन नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा, “शिशिर दा एक अनुभवी नेता हैं, शायद वह अस्वस्थ हैं। लेकिन हमें उस समय पीड़ा हुई जब उन्होंने अपने बेटों शुभेंदु और सौमेंदु के खिलाफ कोई शब्द नहीं बोला, जो भाजपा में जाने के बाद लगातार टीएमसी पर हमला कर रहे हैं।” प्रदेश में सत्ताधारी दल के वरिष्ठ नेता और मंत्री फिरहाद हकीम ने हालांकि दावा किया कि जैसे ही शिशिर अधिकारी “अपनी बीमारी से उबरेंगे” उन्हें डीएसडीए के अध्यक्ष पर पर फिर से नियुक्त किया जाएगा।