कोलकाता: पश्चिम बंगाल बीजेपी के बड़े नेताओं में से एक मुकुल रॉय आज टीएमसी में शामिल हो गए। शुक्रवार दोपहर मुकुल रॉय ने टीएमसी दफ्तर पहुंचकर पार्टी की सदस्यता हासिल की। इससे पहले उन्होंने पार्टी मुख्यालय में ममता बनर्जी और दूसरे नेताओं के साथ बंद कमरे में बैठक की। बता दें कि कुछ दिन पहले जब मुकुल रॉय की पत्नी कोरोना से संक्रमित थीं तो तृणमूल कांग्रेस सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अस्पताल जाकर रॉय की पत्नी का हालचाल लिया था।
वहीं मुकुल रॉय का जाना बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान बताया जा रहा है। दरअसल 2017 के बाद टीएमसी के दिग्गजों को बीजेपी में लाने में उनकी अहम भूमिका रही है। अब मुकुल रॉय की घर वापसी के बाद उनके करीबी और समर्थकों का भी टीएमसी में जाना तय माना जा रहा है।
बीजेपी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष का पद संभालने वाले रॉय ने कहा कि वह सभी परिचित चेहरों को फिर से देखकर खुश हैं। तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुकुल रॉय को बीजेपी में धमकी दी गई थी और इसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुकुल की वापसी साबित करती है कि बीजेपी किसी को भी चैन से नहीं रहने देती और सब पर अनुचित दबाव डालती है।’’
ममता और रॉय दोनों ने दावा किया कि कभी भी कोई मतभेद नहीं था। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी दूसरे दल में शामिल हो गए अन्य नेताओं को भी वापस लेगी, ममता ने स्पष्ट किया कि अप्रैल-मई के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तृणमूल छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले लोगों को वापस नहीं लिया जाएगा।
दोपहर साढ़े तीन बजे उन्होंने टीएमसी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान अभिषेक बनर्जी भी मौजूद रहे। कहा जा रहा है कि सुभ्रांशु रॉय भी बीजेपी का साथ छोड़कर टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी के भी टीएमसी में आने की अटकलें लगने लगीं, जिसे उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया।
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