Highlights
- हिंसा के बाद दहशत में जी रहे हैं रामपुरहाट के लोग
- आगजनी में दो बच्चों और तीन महिलाओं समेत आठ लोगों की मौत
कोलकाता : बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा पश्चिम बंगाल विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर 2:30 बजे बीरभूम के रामपुरहाट का दौरा करेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह, ज्योतिर्मय सिंह महतो भी मौजूद रहेंगे। वहीं हिंसा के बाद रामपुरहाट के लोग दहशत में जी रहे हैं। स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर दूसरे स्थान पर जा रहे हैं। इस बीच राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (SFSL) और SIT की एक टीम बीरभूम के रामपुरहाट पहुंची और घटनास्थल का मुआयना कर रही है।
आपको बता दें कि बीरभूम जिले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेता की ‘हत्या’ के कुछ देर बाद रामपुरहाट के करीब एक गांव में दर्जनभर झोपड़ियों को आग लगा दी गई जिनमें दो बच्चों और तीन महिलाओं समेत आठ लोगों की जलने से मौत हो गई। इसके बाद विपक्षी भाजपा ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। सभी आठ मृतकों को मंगलवार रात को जिला अधिकारियों की मौजूदगी में दफन कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि वयस्क मृतकों की पहचान मीना बीबी, नूरनिहार बीबी, रूपाली बीबी, बानी शेख, मिहिर शेख और नेकलाल शेख के तौर पर हुई है।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय के मुताबिक, कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एडीजी (सीआईडी) ज्ञानवंत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल का गठन किया है। रामपुरहाट शहर के बाहरी हिस्से में स्थित बोगतुई गांव के निवासियों की आंख बम धमाकों की आवाज़ों से खुली। स्थानीय ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश की और पुलिस और दमकल को मदद के लिए बुलाया। लेकिन आग की लपटों में दो बच्चों सहित सात की मौत हो गई, जबकि बचाए गए एक अन्य शख्स की बाद में अस्पताल में मौत हो गई।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने घटना को भयावह करार देते हुए राज्य के ‘हिंसा एवं अराजकता’ की संस्कृति की गिरफ्त में होने का दावा किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे ‘अनुचित बयान देने से बचने’ का आग्रह किया और कहा कि उनके बयानों का राजनीतिक स्वर होता है, जो सरकार को धमकाने के लिए अन्य राजनीतिक दलों को समर्थन मुहैया कराते हैं। भाजपा के नौ सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल के गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की, जिसके बाद घटना पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से रिपोर्ट मांगी। गृह मंत्री से मिलने वालों में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, लॉकेट चटर्जी और अर्जुन सिंह शामिल थे।
डीजीपी मालवीय ने बताया कि टीएमसी के बरशाल ग्राम पंचायत के उप प्रमुख भादू शेख की सोमवार रात करीब साढे़ आठ बजे हत्या कर दी गई जिसके कुछ देर बाद यह घटना हुई। पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने पत्रकारों से कहा,“ स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है और गांव में एक पुलिस पिकेट स्थापित की गयी है। हम जांच कर रहे हैं कि गांव के मकानों में आग कैसे लगी और क्या यह घटना बरशाल गांव के पंचायत उप प्रमुख की मौत से संबंधित है जो गहरी निजी दुश्मनी के कारण की गई प्रतीत होती है।” उन्होंने कहा, “हम इस बात की पुष्टि नहीं कर रहे हैं कि आग अन्य घटनाओं के प्रतिशोध के कारण लगाई गई थी। इसकी जांच की जा रही है। अगर ऐसा था, तो यह गहरी निजी दुश्मनी के कारण होगा।” डीजीपी ने कहा कि संबंधित अनुमंडल पुलिस अधिकारी और रामपुरहाट थाने के प्रभारी अधिकारी को सक्रिय पुलिस ड्यूटी से हटा दिया गया है। तृणमूल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मंत्री फिरहाद हकीम के नेतृत्व में तीन विधायकों की एक टीम को गांव भेजा है।
इनपुट-भाषा