कोलकाता: प. बंगाल में ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। टीएमसी नेता और ममता के करीबी मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। शुभेंदु पिछले कुछ दिनों से ममता बनर्जी से नाराज चल रहे थे और टीएमसी की ओर से उन्हें मनाने की भी कोशिश की जा रही थी। इससे पहले कही ही उन्होंने hrbc के चेयरमैन के पद से इस्तीफा दे दिया था।
अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना इस्तीफा फैक्स के जरिए भेजा और उसे राज्यपाल जगदीप धनखड को भी ईमेल कर दिया। राज्यपाल ने ट्वीट किया,‘‘ आज 1:05 बजे मंत्री सुवेन्दु अधिकारी का इस्तीफा,जिसे मुख्यमंत्री को संबोधित किया गया था, मुझे भेजा गया। मुद्दे को संवैधानिक दृष्टिकोण से हल किया जाएगा।’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं को कहा था कि वह उन नेताओं के बारे में जानती हैं, जो विपक्षी खेमे के संपर्क में हैं पर व्यक्तियों के बीच मतभेदों के कारण पार्टी में कोई भ्रांति पैदा नहीं होनी चाहिए। बनर्जी ने कहा था कि वह पार्टी के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों को भी स्वयं देखेंगी। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण के बीच यहां अपनी पहली जन रैली में कहा, ‘‘मैंने जीवनभर राजनीति में काम किया है। मैं अपने अनुभव के आधार पर कभी यह दावा नहीं कर सकती कि हर कोई अच्छा होता है। एक या दो लोग ऐसे हो सकते हैं, जो अच्छे नहीं हों, लेकिन हम इन गलतियों को सुधारेंगे। यदि कोई गलती हुई है, तो तृणमूल कांग्रेस उसे ठीक करेगी।’’
बुधवार को रैली में ममता बनर्जी ने कहा था, ‘‘कुछ गलतफहमी हो सकती है या कोई व्यक्ति कुछ लोगों से नाराज हो सकता है, लेकिन इसके लिए पार्टी को गलत मत समझिए।’’ बनर्जी ने कहा कि तृणमूल में अपने नेताओं के बारे में जमीनी रिपोर्ट हासिल करने की व्यवस्था है और ऐसे कई नेताओं को हटाया जा चुका है, जिनके बारे में शिकायतें मिली थीं। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों को शिकायत है कि किस जिले में कौन पार्टी पर्यवेक्षक बनेगा। मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैं पूरे राज्य के लिए पार्टी पर्यवेक्षक हूं। आप जब एक राजनीतिक पार्टी में होते हैं, तो आपको हरेक को साथ लेकर चलने की आवश्यकता होती है।’’
बनर्जी ने यह बयान ऐसे समय में दिया था, जब कई तृणमूल नेता शिकायत कर रहे हैं कि पार्टी की कमान अब उनके हाथ में नहीं है। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैं उन लोगों के इरादे से अच्छी तरह वाकिफ हूं जो विपक्षी खेमे के संपर्क में हैं। मैं जानती हूं कि कुछ अवसरवादी लोग हैं, लेकिन समर्पित कार्यकर्ताओं की तुलना में उनकी संख्या कम है।’’ इस बयान के बावजूद असंतुष्ट तृणमूल नेता और राज्य परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने ममता सरकार के मंत्री का पद छोड़ दिया है।