पश्चिम बंगाल के विभिन्न सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में की गई अवैध नियुक्तियों में कथित संलिप्तता के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुजय कृष्ण भद्र को मंगलवार रात को गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी। भद्र को घोटाले की चल रही जांच के सिलसिले में एजेंसी के कार्यालय में ईडी के अधिकारियों ने 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। ईडी के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘आज की पूछताछ के दौरान उन्होंने हमारे अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया। हमने नौकरी घोटाले से जुड़े कुछ प्रासंगिक सवालों के जवाब पाने की बहुत कोशिश की।’’
टीएमसी के दिग्गजों के करीबी हैं भद्र
बता दें कि सुजय कृष्ण भद्र टीएमसी के दिग्गज नेताओं के बेहद करीबी माने जाते हैं। भद्र ईडी अधिकारियों के सामने पेश हुए थे। वह इससे पहले सीबीआई के सामने कई बार पेश हुए थे, जो भर्ती घोटाले की समानांतर जांच कर रही है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया, लेकिन सवाल किया कि क्या यह गिरफ्तारी कांग्रेस के एकमात्र विधायक बायरन बिस्वास के टीएमसी में शामिल होने के राजनीतिक आख्यान से ध्यान भटकाने का हिस्सा है।
बीजेपी ने बताया अबतक की सबसे बड़ी गिरफ्तारी
हालांकि, भाजपा ने कहा कि यह स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) घोटाले में अब तक की सबसे महत्वपूर्ण गिरफ्तारी है। राज्य भाजपा के प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "एसएससी घोटाले में यह अब तक की सबसे महत्वपूर्ण गिरफ्तारी है। कानून आखिरकार ‘मास्टरमाइंड’ और सबसे बड़े लाभार्थियों को पकड़ने के करीब पहुंच रहा है। भ्रष्टाचार में शामिल टीएमसी नेताओं की सूची लंबी है।’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा कि वह दिन दूर नहीं जब ‘‘टीएमसी के शीर्ष नेता सलाखों के पीछे होंगे।’’
ये भी पढ़ें-
मणिपुर में महीने भर की हिंसा के बाद सुधर रहे हालात, 11 ज़िलों में दूसरे दिन भी कर्फ्यू में ढील