पश्चिम बंगाल नगर निगम चुनावों में टीएमसी जीत की तरफ आगे बढ़ रही है। वहीं, इन चुनावों में बीजेपी की हालत काफी खराब नज़र आ रही है। पश्चिम बंगाल में आसनसोल, बिधाननगर, सिलीगुड़ी और चंदननगर की सीटों की काउंटिंग जारी है। टीएमसी ने आसनसोल की 43 सीटों पर एक तरफा जीत हासिल की है। बीजेपी के खाते में 3, CPI (M) के खाते में 2, कांग्रेस को 1 सीट पर जीत हासिल हुई है।
हार के बाद बीजेपी ने कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है। बीजेपी का कहना है कि केंद्रीय सुरक्षाबलों की मौजूदगी में बचे हुए नगर निगम चुनाव होने चाहिए। कोर्ट इस याचिका पर कल सुनवाई करेगी। अगले चरण के चुनाव 27 फरवरी को होंगे।
इसके अलावा आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदन नगर की सीटों पर भी बीजेपी काफी पीछे चल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के लिए सोमवार को लोगों का आभार जताया। नगर निगम चुनाव 12 फरवरी को हुए थे। बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्य का प्रशासन आम लोगों के हित में काम करता रहेगा। समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश गयीं टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी ने उस राज्य में ‘वृहद हित’ को ध्यान में रखते हुए चुनाव न लड़ने का फैसला किया।
बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘टीएमसी ने उत्तर प्रदेश में कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया क्योंकि मैं नहीं चाहती कि अखिलेश यादव (सपा प्रमुख) किसी भी सीट पर कमजोर पड़ें। चुनाव के पहले चरण में मुझे उम्मीद है कि अखिलेश की पार्टी 57 में से 37 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।’ मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वह वाराणसी में रैली करने के लिए तीन मार्च को उत्तर प्रदेश जाएंगी। कांग्रेस की आलोचना करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं।
ममता ने कहा, ‘कांग्रेस अपने रास्ते चल सकती है, हम अपने रास्ते पर चलेंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने देश के संविधान को ‘ध्वस्त’’ कर दिया है। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से बात की है और एक साथ मिलकर ‘‘हम संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।’ टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, ‘मैंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से भी वृहद हित में हाथ मिलाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सुनी नहीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती। मेरी किसी से भी निजी दुश्मनी नहीं है।’