कोलकाता: पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को गुरुवार को एक नया पत्र लिखकर शाम 5 बजे बातचीत के लिए आमंत्रित किया ताकि आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मुद्दे पर जारी गतिरोध को समाप्त किया जा सके। सरकार ने हालांकि बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी की डॉक्टरों की मांग को स्वीकार कर लिया लेकिन बातचीत का सीधा प्रसारण करने और 15 के बजाए 30 सदस्यों को प्रतिनिधमंडल में शामिल करने की उनकी मांग को खारिज कर दिया।
दो दिनों में सरकार ने भेजें 3 पत्र
मुख्य सचिव मनोज पंत ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को संबोधित करते हुए पत्र में लिखा कि सरकार ‘राज्य में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिनिधियों से मिलने के लिए तैयार है’ लेकिन बैठक ‘काम फिर से शुरू करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा पारित निर्देशों के विपरीत नहीं हो सकती’।
डॉक्टर सॉल्ट लेक में राज्य स्वास्थ्य विभाग मुख्यालय स्थित स्वास्थ्य भवन के सामने पिछले 48 घंटों से धरना दे रहे हैं। पिछले दो दिनों में सरकार की ओर से डॉक्टरों को भेजा गया यह तीसरा पत्र है, जिसमें से पिछले दो प्रस्तावों को वे खारिज कर चुके हैं और बैठक के लिए ठोस शर्ते रख रहे हैं।
'बैठक का सीधा प्रसारण नहीं हो सकता'
मुख्य सचिव ने अपने पत्र में लिखा, “बैठक का सीधा प्रसारण नहीं हो सकता। हालांकि पारदर्शिता बरकरार रखने के लिए मुलाकात को रिकॉर्ड किया जा सकता है। इससे आपका उद्देश्य पूरा होगा, साथ ही कार्यवाही की शुचिता भी बनी रहेगी और यह सुनिश्चित होगा कि सभी चर्चाओं का सही ढंग से दस्तावेजीकरण किया गया है।” प्रदर्शनकारी चिकित्सकों की ओर से फिलहाल पत्र पर कोई टिप्पणी नहीं की गयी है। (भाषा इनपुट्स के साथ)