पश्चिम बंगाल में उपचुनाव के बीच तृणमूल कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पार्टी के नेता एक के बाद एक विवादों में फंस रहे हैं। पहले मंत्री फिरहाद हकीम का बयान विवादों में आया और चुनाव आयोग में शिकायत हुई तो उन्होंने माफी मांगी। अब सांसद अरूप चक्रवर्ती पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा है। तृणमूल कांग्रेस के सांसद अरूप चक्रवर्ती ने एक बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं से 13 नवंबर को तालडांगरा विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को संगठित करने को कहा, जिस पर विवाद शुरू हो गया।
भाजपा ने आरोप लगाया कि चक्रवर्ती ने पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान के दिन प्रचार करने के लिए कह कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के नियम इसकी इजाजत नहीं देते हैं। बृहस्पतिवार को एक बैठक में बांकुड़ा के सांसद ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, "मतदान से एक दिन पहले इलाकों में घूमें। मतदान के दिन कतार में खड़े हों और बूथ के पास रहें। आप ममता बनर्जी के सिपाही हैं। आपका काम लोगों से तृणमूल कांग्रेस के चुनाव चिह्न पर बटन दबाने के लिए कहना है।"
चुनाव आयोग में शिकायत करेगी बीजेपी
बिष्णुपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सौमित्र खान ने चक्रवर्ती की टिप्पणी की आलोचना की। खान ने कहा, "निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कोई भी मतदान के दिन या उससे एक दिन पहले प्रचार नहीं कर सकता। तृणमूल कानून के शासन का सम्मान नहीं करती। हम इस मुद्दे को निर्वाचन आयोग के समक्ष उठाएंगे।" बीजेपी इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम के खिलाफ शिकायत कर चुकी है। हकीम ने संदेशखली विरोध प्रदर्शन का चेहरा रहीं भाजपा नेता रेखा पात्रा के खिलाफ कथित तौर पर लैंगिक भेदभाव वाली टिप्पणी की थी।
हकीम ने माफी मांगी
हकीम ने आलोचना के बाद शुक्रवार को माफी मांगी और कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था। हाल ही में हरोआ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव प्रचार के दौरान कोलकाता के मेयर हकीम ने कथित तौर पर पात्रा को "हीरो माल" कहा था। यह महिलाओं के प्रति अपमानजनक और वस्तुसूचक शब्द माना जाता है। इस सप्ताह की शुरुआत में अपने भाषण के दौरान हकीम ने कहा था, "भाजपा ने संदेशखली से उम्मीदवार की घोषणा की है। वह उम्मीदवार कहां है? वह (रेखा पात्रा) हार गई 'हीरो माल'। बाद में उन्होंने कहा कि हमारे उम्मीदवार के खिलाफ मामले दर्ज करवाए। भाजपा को सिर्फ मामले दर्ज करवाना आता है।" हालांकि शुक्रवार को उन्होंने कहा, "मेरा महिलाओं की भावनाओं का अनादर करने या उन्हें ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था।" (इनपुट- पीटीआई भाषा)