कोलकाता: पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी ने अपने मारे गए कार्यकर्ताओं के लिए बुधवार को ‘शहीद तर्पण’ का आयोजन किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान कोरोना वायरस का हवाला देते हुए कोलकाता पुलिस ने उन्हें यह आयोजन करने से रोकने का प्रयास किया। उत्तरी कोलकाता के बागबाजार घाट में इस आयोजन के लिए बनाए गए मंच को भी पुलिस ने उखाड़ दिया। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम का स्थल बदलकर बागबाजार के पास गोलाबारी घाट पर धार्मिक रीति रिवाज का आयोजन किया। बता दें कि तर्पण में पुरखों को जल देकर तृप्त करने की परंपरा है और इसे महालया के अवसर पर किया जाता है।
कोलकाता पुलिस ने उखाड़ दिया था मंच
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'बीजेपी ने आयोजन के लिए इजाजत नहीं ली थी। इसलिए हमने कार्यक्रम को रोकने और मंच उखाड़ने का निर्णय लिया।' पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए बागबाजार गेट के बाहर बैरिकेड लगा दिया था। इससे पहले पश्चिम बंगाल भाजपा उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी ने कहा था, 'पार्टी पुलिस के दबाव में नहीं झुकेगी और तर्पण ‘कार्यक्रम’ करेगी।' पार्टी सूत्रों ने बताया कि आयोजन में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, केंद्रीय सह पर्यवेक्षक अरविंद मेनन, राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा और वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय उपस्थित होने वाले थे।
‘क्या हमें तर्पण के लिए इजाजत लेनी होगी?’
प्रताप बनर्जी ने आयोजन के बारे में बात करते हुए आगे कहा, 'क्या हमें अपने मारे गए कार्यकर्ताओं का ‘तर्पण’ करने के लिए भी अनुमति लेनी होगी? यह हिंदू अनुष्ठान सदियों से चला आ रहा है। महालया 17 सितंबर को है लेकिन हमने अपना कार्यक्रम एक दिन पहले करने का निर्णय लिया ताकि कम संख्या में लोग आएं। लेकिन हमें बताया गया कि हमें आयोजन की अनुमति नहीं है।' गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ वर्षों में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी पिछले साल से 'सामूहिक तर्पण' आयोजित कर रही है। (भाषा)