कोलकाता: पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर में बीजेपी नेता की हत्या और कालियागंज में पिछले सप्ताह एक लड़की के रेप और मर्डर का विरोध में आज 12 घंटे का बंगाल बंद रखा गया है। इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
सुबह से ही बंद का असर दिखना शुरू
बंद का असर सुबह 6 बजे से ही दिखना शुरू हो गया था। जगह-जगह पर बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और वाहनों को रोका। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बंद के समर्थन में जुलूस भी निकाला। ज्यादातर इलाकों में दुकानों बंद रही। उत्तर बंगाल का कूच विहार, जलपाईगुड़ी, अलीद्वारपुर, दार्जिलिंग, कॉलिम्पोंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा के जिले में बंद का असर देखने को मिल रहा है।
बंद के चलते आम जनता को परेशानी
बंद के चलते आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सिलिगुड़ी के एक स्थानीय युवक ने बताया कि "बंद के चलते हमें परेशानी हो रही है। बस की कोई व्यवस्था नहीं है। सिर्फ कुछ जगहों पर जाने के लिए गाड़ी मिल रही है।"
तृणमूल और बीजेपी ने एक-दूसरे पर लगाए आरोप
सुबह छह बजे से आहूत बंद को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा पश्चिम बंगाल के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने का प्रयास कर रही है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ने उत्तर बंगाल के कई इलाकों में आतंक का राज कायम कर रखा है। हमने राज्य प्रशासन और सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा उत्तर बंगाल के जिलों में आदिवासी समुदाय पर अत्याचार के विरोध में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है। इस तरह के अत्याचार अभूतपूर्व हैं। यह बंद सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक रहेगा।’’