मालदा: पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में 11 साल की एक लड़की का उसके चाचा ने कथित तौर पर सिर धड़ से अलग कर दिया। पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी ने दावा किया है कि उसने लड़की की हत्या उसके पिता द्वारा उसे अपमानित करने और कई बार सार्वजनिक रूप से पिटाई किए जाने का बदला लेने के लिए की। अधिकारियों को शक है कि लड़की की हत्या करने से पहले आरोपी ने संभवत: उसके साथ दुष्कर्म किया होगा। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि 29 जनवरी से लापता लड़की का धड़ और सिर मालदा शहर में अलग-अलग स्थानों पर पाए गए।
CCTV फुटेज के जरिए पकड़ा गया आरोपी
पुलिस के मुताबिक, आरोपी व्यक्ति का पता CCTV फुटेज के जरिए लगाया गया, जिसमें उसे लड़की के लापता होने से ठीक पहले उसके साथ देखा गया था। लड़की के पिता ने इस सिलसिले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि लड़की 29 जनवरी को शाम करीब 6.15 बजे अपने घर से बाहर गई थी लेकिन घर नहीं लौटी। उत्तर बालूचर इलाके की CCTV फुटेज में लड़की अपने घर के पास आरोपी की मोटरसाइकिल पर बैठे हुए दिखाई दी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने पहले तो भ्रामक बयान दिए, लेकिन बाद में अपना जुर्म कबूल कर लिया।
मालदा में लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने लड़की के सिर और धड़ को बरामद कर कर लिया एवं शव कोृ पोस्टमॉर्टम के लिए मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल भेज दिया। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 12 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। इस बीच घटना के कारण शहर में बड़े पैमाने पर लोगों में आक्रोश फैल गया। लोगों ने हत्या की इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और जिले के कई इलाकों में दुकानें बंद रहीं। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
घटना को लेकर तेज हुई राजनीति
इस घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। BJP, TMC और CPM सहित प्रमुख राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा करने के लिए विरोध रैलियां और मौन जुलूस भी निकाले। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि अगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की होती तो लड़की को बचाया जा सकता था। वहीं, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने घटना के विरोध में मौन जुलूस निकाला और आरोपी को मौत की सजा देने की मांग की। घटना को लेकर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इंग्लिश बाजार थाने में एक ज्ञापन सौंपा और एक विरोध रैली निकाली।