Highlights
- अर्पिता मुखर्जी बेलघोरिया में क्लब टाउन सोसाइटी में रहती हैं
- चारों कारें उसके डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब बताई गई हैं
- इन दो गाड़ियों में एक होंडा सिटी और दूसरी ऑडी हैं
Arpita Mukherjee News: पश्चिम बंगाल में टीचर्स भर्ती घोटाले का बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। बताया जा रहा है कि अर्पिता मुखर्जी की ईडी की रेड के बाद चार कारें गायब हैं। ईडी के सूत्रों के अनुसार अर्पिता की यह चारों कारें उसके डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब बताई गई हैं। इनमें से दो कारें अर्पिता के नाम पर रजिस्टर्ड हैं। अब सीसीटीवी फुटेज से यह कारों के बारे में सुराग का पता लगाया जा रहा है। इन दो गाड़ियों में एक होंडा सिटी और दूसरी ऑडी हैं। इससे पहले ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय को गुरुवार को अर्पिता के एक और फ्लेट के बारे में जानकारी मिली थी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता सरकार के गिरफ्तार हुए मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने अपने बहनोई को 3 फर्जी कंपनियों का डायरेक्टर नियुक्त किया था।अधिकारियों ने पाया कि तीन फर्जी कंपनियों. सिम्बायोसिस मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड, सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक के रूप में अर्पिता मुखर्जी और कल्याण धर के नाम हैं। अधिकारियों को अंत में पता चला कि धर अर्पिता की छोटी बहन का पति है।
अर्पिता मुखर्जी बेलघोरिया में क्लब टाउन सोसाइटी में रहती हैं और यहां उनके दो फ्लैट हैं। उनके घर से लगातार कैश और कीमती सामान निकला है लिहाजा सोसाइटी के लोगों की नजरें भी उनके फ्लैट पर टिकी हैं। इतना सारा कैश देखकर लोग हैरान हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि किसी के घर में इतना पैसा कैसे रखा जा सकता है।
उधर, अर्पिता मुखर्जी ने कोलकाता के टॉलीगंज और बेलघरिया में उनके दो आवासों से लगातार दो बार भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद होने के बाद गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के सामने कबूल किया कि बरामद पैसा पार्थ चटर्जी का है। अर्पिता के मुताबिक मुझे नहीं पता पैसा कहां से आया और कैसे कमाया गया। इसी बीच ईडी जल्द अर्पिता और पार्थ चटर्जी को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तैयारी कर रहा है। अर्पिता के मुताबिक मैंने इस पैसे का इस्तेमाल नहीं किया।
अर्पिता ने ईडी से ये कहकर पल्ला झाड़ा
ईडी ने तीन बैंक खाते भी सील किए, जिसमें करीब ढाई करोड़ रुपये जमा हैं। सूत्रों के मुताबिक अर्पिता का कहना है कि पार्थ चटर्जी के लोग उसके घर में एक कमरे में पैसा रखकर चले जाते थे। उस कमरे में जाने की इजाजत अर्पिता को नहीं थी। अलमारी में लॉक भी उनका आदमी ही लगाता था। फिलहाल अर्पिता ने पूरी बरामदगी से पल्ला झाड़ लिया है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने कल सुबह अर्पिता मुखर्जी के उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट पर लगभग 18 घंटों से चल रही अपनी रेड को अब खत्म कर दिया।