Highlights
- अर्पिता की मां मुफलिसी में जीवन गुजार रही हैं
- 50 साल पुराने जर्जर मकान में रहती है अर्पिता मुखर्जी की मां
- बीमार मां के पास एक भी लग्जरी सामान नहीं
अर्पिता मुखर्जी के घर ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की। इस दौरान बेहिसाब पैसा मिला। नोटों का पहाड़ खड़ा हो गया। वहीं उसके दूसरे फ्लैटों की जानकारी मिली। यही नहीं, उसके पास चार लग्जरी कारें भी हैं। जिसके बारे में ईडी रेड के दौरान जानकारी सामने आई। इतना बेहिसाब पैसा होने के बावजूद अर्पिता की मां मुफलिसी में जीवन गुजार रही हैं। उनकी मां बेलघोरिया में एक जर्जर मकान में रहती हैं। मूलभूत सुविधाओं की उस मकान में कमी है। जहां एक ओर उनकी बेटी अर्पिता लग्जरी लाइफ को जी रही थी, वहीं दूसरी ओर उनकी मां के पास अपनी जरूरतें भी पूरी करने का सामान नहीं है। टीचर्स भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता के घर ईडी ने शिकंजा कसा है।
50 साल पुराने जर्जर मकान में रहती है अर्पिता मुखर्जी की मां
गौरतलब है कि अर्पिता के घर से 50 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश और 5 किलो का सोना मिला था। इस बात पर हैरत होती है कि जिस अर्पिता के पास बेहिसाब दौलत का भंडार मिला है, उसकी मां एक जर्जर मकान में मुफलिसी में अपना जीवन गुजार रही हैं। अर्पिता की मां कोलकाता से कुछ किमी दूर अपने पुश्तैनी मकान में रह रही हैं। ये मकान अब पूरी तरह जर्जरावस्था में पहुंच चुका है। उनकी मां 50 साल पुराने इस मकान में अकेले रहती हैं। वे बुजुर्ग और बीमार रहती हैं। उनके पास एक भी लग्जरी सामान नहीं है। अपनी बीमार मां को सहारा देने की बजाय उन्होंने दो हेल्पर जरूर अपनी मां की देखभाल के लिए रख दिए। वो यहां कभी कभार ही आया करती थीं और लंबे समय तक नहीं रुकती थी।
अर्पिता की चार कारें डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब बताई गई
बता दें कि अर्पिता की चार लग्जरी कारें उसके डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब बताई गई हैं। इनमें से दो कारें अर्पिता के नाम पर रजिस्टर्ड थीं। अब सीसीटीवी फुटेज से यह कारों के बारे में सुराग का पता लगाया जा रहा है। इन दो गाड़ियों में एक होंडा सिटी और दूसरी ऑडी हैं। इससे पहले ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय को गुरुवार को अर्पिता के एक और फ्लेट के बारे में जानकारी मिली थी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता सरकार के गिरफ्तार हुए मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने अपने बहनोई को 3 फर्जी कंपनियों का डायरेक्टर नियुक्त किया था। अधिकारियों ने पाया कि तीन फर्जी कंपनियों सिम्बायोसिस मर्चेट प्राइवेट लिमिटेड, सेंट्री इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड और एचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक के रूप में अर्पिता मुखर्जी और कल्याण धर के नाम हैं। अधिकारियों को अंत में पता चला कि धर अर्पिता की छोटी बहन का पति है।