लोकसभा चुनाव का समय अब करीब आते जा रहा है। समाजवादी पार्टी द्वारा लोकसभा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की जाने लगी है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने जा रही है। दरअसल पत्र लिखने के पीछे की वजह जुड़ी है आधार कार्ड से। पीटीआई से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ज्यादातर मतुआ समुदाय से जुड़े लोगों के आधार कार्ड को निष्क्रिय कर दिया गया है। लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल के लोगों के आधार कार्ड निष्क्रिय किए जाने को लेकर मैं पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखूंगी।
क्या बोलीं ममता बनर्जी
ममता बनर्जी ने सोमवार को दावा किया कि लोकसभा चुनाव से पहले राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक लोगों के आधार कार्ड निष्क्रिय किए जा रहे हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लाने से पहले ही (इन लोगों के) आधार कार्ड निष्क्रिय किये जा रहे हैं। बनर्जी ने राज्य सचिवालय में संवाददाताओं से कहा कि वह इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखेंगी। बनर्जी ने कहा, "लोकसभा से पहले इतने सारे आधार कार्ड क्यों निष्क्रिय कर दिए गए? ज्यादातर मतुआ समुदाय के लोगों के आधार कार्ड निष्क्रिय कर दिए गए हैं। अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यकों के आधार कार्ड भी निष्क्रिय किये जा रहे हैं।"
दरअसल ममता बनर्जी बीरभूम जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राज्य संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को भुगतान करना जारी रखेगी, भले ही किसी व्यक्ति के पास आधार कार्ड न हो। उन्होंने कहा कि सावधान रहें। वे (केंद्र सरकार) आधार कार्ड को निष्क्रिय कर रहे हैं। बंगाल के कई जिलों में कई आधार कार्डों को निष्क्रिय कर दिया गया है, ताकि चुनाव से पहले लोगों को बैंकों के माध्यम से भंडार लक्ष्मी योजना और मुफ्त राशन उन्हें न मिल सके।
(इनपुट-भाषा)