इराक का पवित्र शहर नजफ दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है, जहां 60 लाख से अधिक शव दफनाए गए हैं।
Image Source : social media यूनेस्को के अनुसार, वादी अल-सलाम कब्रिस्तान दर्जनों पैगम्बरों, वैज्ञानिकों और राजघरानों का अंतिम विश्राम स्थल है।
Image Source : social media कब्रिस्तान को गलती से एक शहर समझा जा सकता है, क्योंकि वहां की कब्रें तंग इमारतों की तरह दिखती हैं।
Image Source : social media कब्रिस्तान में दफनाने की तारीख मध्य युग से पहले प्राचीन काल से शुरू हुई थी।
Image Source : social media वादी अल-सलाम में कई प्रसिद्ध लोगों की कब्रें हैं। जिसमें पैगंबर मोहम्मद के दामाद इमाम अली इब्न अबी तालिब की कब्र भी शामिल हैं।
Image Source : social media यह दुनिया भर के शिया मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण विश्राम स्थल है। यहां हर साल 50,000 लोगों को दफनाया जाता है।
Image Source : social media यहां कब्र खोदने में 100 डॉलर और कब्रों पर 170 से 200 डॉलर का खर्च आता है।
Image Source : social media इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बड़े कब्रिस्तान के रूप में भी सूचीबद्ध किया गया है।
Image Source : social media यह कब्रिस्तान एक सांस्कृतिक परंपरा के अनूठे उदाहरण का गवाह है।
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