अमेरिकी की सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी (CIA) दुनिया की पहली सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है। यह इतनी खतरनाक है कि इनकी नजरों से बच पाना मुश्किल है। इसकी स्थापना 1947 में हुई थी। मुख्यालय वर्जीनिया में है।
Image Source : File भारत की रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह 2023 में दुनिया में दूसरे नंबर पर आ गई है। खुफिया सूचनाएं जुटाने में इसने दुनिया की खतरनाक एजेंसियों को पीछे छोड़ दिया है। स्थापना 1968 में हुई थी। मुख्यालय नई दिल्ली में है।
Image Source : File इजरायल की मोसाद (MOSSAD) दुनिया की तीसरी बड़ी खुफिया एजेंसी है। इनकी नजरों से भी आतंकियों और अपराधियों का बच पाना बेहद मुश्किल है। इसकी स्थापना 1949 में की गई थी। यह इजरायल के तेल अवीव में स्थित है।
Image Source : File ऑस्ट्रेलियन सीक्रेट इंटेलीजेंस सर्विसेज (ASIS) दुनिया की चौथी खतरनाक खुफिया एजेंसियों में है। इसकी स्थापना 1952 में की गई थी। मुख्यालय ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में है।
Image Source : File मिलिट्री इंटेलीजेंस सेक्शन-6 यानि Mi6 ब्रिटेन की खतरनाक खुफिया एजेंसी है। यह दुनिया की सबसे पुरानी खुफिया सेवा है, जिसकी स्थापाना 1909 में की गई थी। इसका मुख्यालय लंदन में है।
Image Source : File चीन की मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्योरिटी (MSS) दुनिया की खतरनाक 6वीं सबसे बड़ी खुफिया सेवा है। इसकी स्थापना 1983 में की गई थी। इसका मुख्यालय चीन की राजधानी बीजिंग में है।
Image Source : File डायरेक्ट्रेट जनरल फॉर एक्सटर्नल सिक्योरिटी (DGSE) फ्रांस की खुफिया एजेंसी है। यह दुनिया की टॉप खुफिया एजेंसियों की रेटिंग में 7वें नंबर पर है। इसकी स्थापना 1982 में की गई थी। मुख्यालय पेरिस में है।
Image Source : File जर्मनी की BND इंटेलीजेंस दुनिया की सबसे खतरनाक 8वीं खुफिया सेवा है। इसकी स्थापना 1956 में की गई थी। इसका मुख्यालय बर्लिन में है।
Image Source : File इंटरसर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) दुनिया की रेटिंग में 9वें नंबर पर है। इसकी स्थापना 1948 में की गई थी। इसकी मुख्यालय इस्लामाबाद में है।
Image Source : FIle रूस की FSB RF दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसियों की रेटिंग में 10वें नंबर पर है। इसकी स्थापना 1995 में की गई। इसका मुख्यालय लुबियान्का स्क्वॉयर में है।
Image Source : File Next : ये हैं दुनिया के टॉप 5 सबसे लंबे हाईवे, महीनों तक खत्म नहीं होती यहां की लॉन्ग ड्राइव