फिजी की 38 फीसदी से अधिक आबादी भारतीय मूल की है। यहां हिंदी भाषी काफी अधिक हैं। क्योंकि अंग्रेज यहां भारतीयों को गन्ने की खेती के लिए लेकर आए थे।
Image Source : Social Media मॉरीशस एक द्वीपीय देश है। यहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। 3 शताब्दियों तक, यह ब्रिटिश, डच और फ्रांसीसी लोगों के अधीन रहा है। अंग्रेजों के समय भारत से यहां दासों को काम के लिए लाया जाता था।
Image Source : Social Media 500 साल पहले सिंगापुर को ग्रेटर इंडिया का हिस्सा माना जाता था। यहां बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं। तमिल के साथ ही हिंदी भाषियों की संख्या भी सबसे अधिक है।
Image Source : Social Media नेपाल की जनसंख्या का बड़ा हिस्सा हिंदी बोलता और समझता है। यहां आपको हिंदी में बात करने में जरा भी समस्या नहीं आएगी। बॉलीवुड फिल्में और भारतीय टीवी चैनल खूब लोकप्रिय हैं।
Image Source : Social Media बंटवारे के पहले तक पाकिस्तान भारत का ही हिस्सा था। आज भले ही पाकिस्तान में उर्दू बोली जाती हो, लेकिन हिंदी भाषा आसानी से बोली और समझी जा सकती है। यहां उर्दू,हिंदी के अलावा पंजाबी, सिंधी भी प्रमुख भाषाएं हैं।
Image Source : Social Media भारत पर शासन के दौरान दक्षिण अफ्रीका में भी अंग्रेजों का शासन था। अंग्रेजों ने बड़ी संख्या में भारतीयों को ले जाकर यहां बसाया। भले ही यहां अंग्रेजी बोली जाए, पर हिंदी कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के साथ बोली जाती है।
Image Source : Social Media आजादी से पहले बांग्लादेश भी भारत का ही हिस्सा था। यहां भी जनसंख्या का बड़ा वर्ग हिंदी भाषा को बोल और समझ सकता है। हालांकि यहां बंगाली का भी बोलबाला है।
Image Source : Social Media भारत का पड़ोसी देश भूटान बौद्ध धर्म को मानता है। यहां भी हिंदी भाषा बोलने और समझने वालों की संख्या अधिक है।
Image Source : Social Media जर्मनी भले ही यूरोपीय देश है, लेकिन यहां भी हाल के समय मे हिंदी बोलने वालों की संख्या बढ़ी है। हिंदी ही नहीं, संस्कृत भाषा पर भी यहां शोध किया गया है।
Image Source : Social Media कनाडा उत्तरी अमेरिकी देश है, लेकिन यहां बड़ी संख्या में भारतीय सिख समुदाय के लोग रहते हैं। कनाडा का बड़ा वर्ग भारतीयों से भरा हुआ है। जाहिर है सभी हिंदी बोलते और समझते हैं।
Image Source : Social Media Next : रेगिस्तान में गार्डन, खिले लाखों फूल, हो गया बड़ा 'मिरेकल'