आगरा स्थित ताजमहल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की मौत के बाद उसकी याद में बनवाया था।
Image Source : Lexica Art ताजमहल में ही मुमताज की कब्र है। लेकिन पहले ये कब्र आगरा में नहीं बल्कि कहीं और थी।
Image Source : Lexica Art इतिहास के पन्नों को पलटें तो पता चलेगा कि शाहजहां की बीवी मुमताज की मौत मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में हुई थी।
Image Source : Lexica Art इतिहासकारों की मानें तो जैनाबाद में मुमताज की मौत के बाद उसकी ममी बनाकर उसे वहीं दफन किया गया था।
Image Source : Social Media इतिहासकारों की मानें तो जैनाबाद में मुमताज की मौत के बाद उसकी ममी बनाकर उसे वहीं दफन किया गया था।
Image Source : Social Media मुमताज की मौत के करीब 6 महीने बाद उन्हें बुरहानपुर से आगरा लाकर एक जगह पर दफनाया गया।
Image Source : Social Media जैनाबाद ताप्ती नदी के किनारे मौजूद है और ऐसा माना जाता है कि ताजमहल पहले इसी जगह पर बनने वाला था।
Image Source : Social Media लेकिन यह जगह ताजमहल के बनाने के लिए उचित जगह नहीं थी इसलिए ताजमहल को आगरा में बनवाया गया।
Image Source : Social Media एक्सपर्ट्स का मानना है कि मुमताज का शरीर यूनानी तरीके से संरक्षित किया गया था।
Image Source : Lexica Art इतिहासकारों का मानना है कि अगर मुमताज की बॉडी कॉफिन में रखकर दफनाया गया होगा तो उसका शरीर आज भी सुरक्षित होगा।
Image Source : Lexica Art Next : अय्याश राजा जिसके महल में केवल बिना कपड़ों के ही मिलती थी एंट्री