माना जाता है कि भगवान शिव को बेलपत्र अति प्रिय है, अगर कोई उन्हें बेलपत्र चढ़ाता तो भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं।
Image Source : Social Mediaमहाशिवरात्रि का पर्व निकट आ रहा है, ऐसे में देश भर में इस दिन को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है।
Image Source : Social Media26 फरवरी को महाशिवरात्रि पूरे देश में मनाई जाएगी। माना जाता है कि इसी दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था और इसी दिन भोलेनाथ शिवलिंग रूप में प्रकट हुए थे।
Image Source : Social Mediaइस कारण इस दिन शिवलिंग की पूजा का विशेष महत्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान जल और बेलपत्र के चढ़ावे मात्र से ही खुश हो जाते हैं।
Image Source : Social Mediaऐसे में देखा गया है कि भक्त अक्सर कंफ्यूज रहते हैं कि शिवलिंग पर इसे उल्टा चढ़ाएं या सीधा?
Image Source : Social Mediaआइए जानते हैं क्या है सही तरीका...
Image Source : Social Mediaशिवलिंग पर बेलपत्र उल्टा चढ़ाना चाहिए, बेलपत्र उल्टा चढ़ाना पूजा की विधि का एक हिस्सा है। इससे पूजा की पूर्णता और शुद्धता बनी रहती है।
Image Source : Social Mediaबेलपत्र की संरचना ऐसी होती है कि जब इसे उल्टा चढ़ाया जाता है, तो इसका रस और सुगंध शिवलिंग पर गिरते हैं। इससे शिवलिंग की शुद्धता और पवित्रता बनी रहती है।
Image Source : Social Mediaउल्टा चढ़ाने से बेलपत्र की ऊर्जा और आकर्षण शक्ति शिवलिंग पर केंद्रित होती है। इससे पूजा की ऊर्जा और प्रभाव बढ़ जाता है।
Image Source : Social Mediaशिव पुराण के मुताबिक, भगवान शिव ने बेलपत्र को अपने लिए सबसे प्रिय पत्र बताया है। इस कारण उल्टा चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
Image Source : Social MediaNext : पूजा करते समय हाथ जल जाना किस बात का संकेत है?