वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा के दौरान अपना मुख पूर्व या उत्तर दिशा की ओर रखना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE इनमें से भी पूर्व दिशा में मुख करके पूजा-अर्चना करना श्रेष्ठ रहता है, क्योंकि पूर्व दिशा शक्ति व शौर्य की प्रतीक है।
Image Source : FILE IMAGE वास्तु शास्त्र में पूजा के लिए पश्चिम की तरफ पीठ करके यानी पूर्वाभिमुख होकर बैठना ज्ञान प्राप्ति के लिए अच्छा माना जाता है।
Image Source : FILE IMAGE इस दिशा में उपासना करने से हमारे भीतर क्षमता और सामर्थ्य का संचार होता है, जिससे हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने में आसानी होती है।
Image Source : FILE IMAGE इस दिशा में पूजा स्थल होने से घर में रहने वालों को शांति, सुकून, धन, प्रसन्नता और स्वास्थ लाभ मिलता है।
Image Source : FILE IMAGE घर में पूजा स्थल हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में बनाना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE वास्तु के अनुसार,घर की सीढ़ी के नीचे पूजा घर कभी भी नहीं बनाना चाहिए।
Image Source : FILE IMAGE Next : Love Horoscope 11 April 2024: लवमेट्स के लिए कैसा रहेगा आज का दिन, पढ़ें लव राशिफल