भगवान के मंदिर में मूर्ति स्थापित करन से पहले आंखों में पट्टी क्यों बांधी जाती है, आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।
Image Source : File Image रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर लोगों में इस बात की बड़ी उत्सुक्ता है कि आखिर क्यों मूर्ति की आंखों पर पट्टी बांधी जाती है।
Image Source : File Image हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार जब मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाती है तो वेद मंत्रों का उच्चारण किया जाता है।
Image Source : File Image मंत्रों से जो ऊर्जा प्रकट होती है वह प्रकाश पुंज शक्ति मूर्ति में प्रवेश करती है। शक्ति बाहर न निकले इसलिए आंखों में पट्टी बांधी जाती है।
Image Source : File Image जब मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो जाती है तो उसके नेत्रों पर बंधी पट्टी को खोल दिया जाता है।
Image Source : India Tv जैसे ही नेत्रों से पट्टी खोल दी जाती है उसमें संचित ऊर्जा शक्ति नेत्र खोलते ही तेजोमय प्रकाश बाहर आता है। यह ऊर्जा शक्ति नेत्रों से ही बाहर आती है।
Image Source : File Image मूर्ति की पट्टी खोलते समय ध्यान दिया जाता है कि उसके ठीक सामने कोई न हो वरना वह ऊर्जा शक्ति मानव शरीर के लिए सहन करने योग्य नहीं होती है।
Image Source : File Image इसलिए प्राण प्रतिष्ठा हो जाने के बाद पट्टी को मूर्ति के बगल खड़े हो कर खोला जाता है।
Image Source : File Image मान्यता है कि प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति की ऊर्जा इतनी तीव्र होती है जिसके चलते उसके सामने दर्पण लगाया जाता है और वह तेजोमय शक्ति दर्पण से टकरा जाती है।
Image Source : File Image कभी-कभी ऊर्जा का प्रभाव इतना तेज होता है कि दर्पण टूट भी जाता है।
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