महाकुंभ में अब तक 10.21 करोड़ श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। ऐसे में अभी यह संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है।
Image Source : PTIप्रशासन के एक आकंड़े के मुताबिक, महाकुंभ में 26 फरवरी तक 45 करोड़ लोग पवित्र डुबकी लगा सकते हैं।
Image Source : PTIवहीं, सिर्फ दूसरे अमृत स्नान के दिन ही 8 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
Image Source : PTIबता दें कि दूसरा अमृत स्नान इस बार मौनी अमावस्या की तिथि को पड़ रहा है, जो बेहद शुभ संयोग है।
Image Source : File Photoमौनी अमावस्या के दिन मौन व्रत रहकर साधु-संत अमृत स्नान करेंगे।
Image Source : PTIहिंदू धार्मिक ग्रंथों के मुताबिक, मौनी अमावस्या के दिन पितृ धरती पर आते हैं।
Image Source : PTIकहा जाता है कि व्यक्ति को उनके लिए पूजा-पाठ, दान और दीप जरूर करना चाहिए।
Image Source : File Photoऐसे में सवाल है कि पितरों की आत्मा की शांति के लिए किस समय दिया जलाया जाना चाहिए?
Image Source : File Photoमान्यताओं के मुताबिक, मौनी अमावस्या के दिन पितरों के लिए शाम को दिया अवश्य जलाना चाहिए। इससे पितृ प्रसन्न होते हैं और वे आपको आशार्वाद देते हैं।
Image Source : PTINext : महाकुंभ स्नान के बाद किस आकार का तिलक लगाना चाहिए?