माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है।
इस साल 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी।
मौनी अमावस्या के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है। ऐसा करने से देवी-देवता और पितृ प्रसन्न होते हैं।
इसके अलावा मौनी अमावस्या के दिन इन जगहों पर दीया जलाने से पितरों की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
मान्यता है कि अमावस्या के दिन पूर्वज धरती पर आते हैं। तो आइए जानते हैं कि पितरों को प्रसन्न करने के लिए दीया किस स्थान पर जलाएं।
मौनी अमावस्या के दिन घर के बाहर दक्षिण दिशा में दीया जलाएं। यह पितरों की दिशा मानी जाती है।
अगर घर में पितरों की तस्वीर है तो वहां भी सरसों तेल का दीया जरूर जलाएं।
मौनी अमावस्या के दिन नदी के किनारे दीया जलाने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इसके अलावा अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे दीया जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है।
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