महामृत्युंजय का जो भी मंत्र का जाप करें उसके उच्चारण ठीक ढंग से यानि की शुद्धता के साथ करें। एक शब्द की भी गलती आपको भारी पड़ सकती है।
Image Source : PEXELS इस मंत्र का जाप एक निश्चित संख्या निर्धारण कर करें। मंत्र का जाप करते समय उच्चारण होठों से बाहर नहीं आना चाहिए। यदि इसका अभ्यास न हो तो धीमे स्वर में जप करें।
Image Source : PEXELS इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इस मंत्र का जाप करते समय धूप-दीप जलते रहना चाहिए।
Image Source : PEXELS महामृत्युंजय मंत्र का जाप केवल रुद्राक्ष माला से ही करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करते वक्त शिवलिंग में दूध मिले जल से अभिषक करते रहें।
Image Source : PEXELS महामृत्युंजय मंत्र - 'ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ'
Image Source : PEXELS मन को शांत रखकर ही इस मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप होने के बाद हवन जरूर करें।
Image Source : PIXABAY महामृत्युंजय मंत्र का जाप सवा लाख बार और लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप 11 लाख बार कराना चाहिए। इस मंत्र का जाप सुबह से लेकर दोपहर के पहले तक करना चाहिए।
Image Source : PEXELS महामृत्युमंजय मंत्र का जाप हमेशा आसन बिछाकर ही करना चाहिए।
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